कोरोनावायरस सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशो में भी एक जानलेवा बीमारी बनी हुई है, अभी तक इस बीमारी का कोई इलाज नहीं मिल सका है, वैज्ञानिक इसकी दवा बनाने में लगे हुए हैं, लेकिन अभी तक किसी को भी सफलता हाथ नहीं लगी हुई है. हालाँकि कुछ देशों का मानना है, कि प्रयोग सफल रहे हैं और इस साल के अंत तक वैक्सीन आ जाएगी.
भारतीय वैज्ञानिक का दावा सूर्यग्रहण से खत्म होगा वायरस
कोरोना के इस भारी संकट के बीच न्यूक्लियर एंड अर्थ साइंटिस्ट डॉक्टर के एल सुंदर रचना ने कोरोना और सूर्यग्रहण के बीच एक सम्बंध निकाला है, जिसके बाद उन्होंने दावा किया है, कि पिछले साल 26 दिसंबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण को कोरोना वायरस आया था और आने वाले 21 जून के सूर्य ग्रहण के दिन वायरस समाप्त हो जाएगा. इसके पीछे उन्होंने वैज्ञानिक सबूत भी पेश किया है.
उर्जा में बदलाव के कारण पनपा वायरस
डॉक्टर के एल सुंदर रचना का कहना है, कि वायरस की उत्पति ग्रहों के बीच ऊर्जा में बदलाव के कारण हुई है, यह वायरस ऊपरी वायुमंडल से उत्पन्न हुआ है इसी बदलाव के कारण धरती पर उचित वातावरण बना.
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उन्होंने आगे कहा कि
“न्यूट्रॉन सूर्य की सबसे अधिक विखंडन ऊर्जा से निकल रहे हैं. न्यूक्लियर फॉर्मेशन की यह प्रक्रिया बाहरी मेटेरियल के कारण शुरू हुई होगी. जो ऊपरी वायुमंडल में बायो मॉलिक्यूल और बायोन्यूक्लियर के संपर्क में आने से हो सकता है. बायो मॉलीक्यूल संरचना प्रोटीन का म्यूटेशन इस वायरस का एक संभावित स्रोत हो सकता है.”
सूर्य की किरण ही बनेगी इसके खात्मे की वजह
भारतीय वैज्ञानिक ने कहा कि यह म्यूटेशन प्रोसेस था, जो सबसे पहले चीन में शुरू हुआ था और इस वायरस की उत्पत्ति हुई, धीरे-धीरे इसने पुरे विश्व में अपनी पकड़ बना ली. हालाँकि इस दावे का कोई प्रमाणिक सबूत नहीं है. उन्होंने कहा कि 21 जून को लगने वाला सूर्यग्रहण की किरण इस वायरस को खत्म कर देगी और ये बीमारी खत्म हो जायेगी.