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कोरोना वैक्सीन लगने के 3 दिन बाद डॉक्टर की मौत, पत्नी ने लगाया फाइजर पर आरोप

कोरोना वैक्सीन लगने के 3 दिन बाद डॉक्टर की मौत, पत्नी ने लगाया फाइजर पर आरोप
Neal Browning receives a shot in the first-stage safety study clinical trial of a potential vaccine for COVID-19, the disease caused by the new coronavirus, Monday, March 16, 2020, at the Kaiser Permanente Washington Health Research Institute in Seattle. Browning is the second patient to receive the shot in the study. (AP Photo/Ted S. Warren)

अमेरिका के मियामी शहर से बड़ा मामला निकल कर आया है, जहां एक डॉक्टर की कोरोना वैक्सीन लगने के बाद मौत हो गई. डॉक्टर ग्रेगरी माइकल की फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगने के कारण मौत हो गयी है. वहीं इस मामले में फाइजर कंपनी अपना हाथ खींचती नजर आ रही है. डॉक्टर की पत्नी हेइदी ने कहा कि 18 दिसंबर को उनके पति को कोरोना वैक्सीन दी गयी थी, जिसके बाद से उनके शरीर में गड़बड़ी होने लगी और उनकी मौत हो गयी जबकि इससे पहले वह पूरी तरह स्वस्थ थे.

कोरोना वैक्सीन से डॉक्टर को हुआ साइड इफेक्ट-हेइदी

मृत डॉक्टर की पत्नी हेइदी के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद रविवार को अचानक उनके पति की रोग प्रतिरोधक क्षमता से जुड़ी दुर्लभ बीमारी होने के बाद हार्ट अटैक से मौत हो गई. जिसके बाद हेइदी का कहना है कि डॉक्टर को जो वैक्सीन दी गयी थी, उसी के चलते उनके पति के शरीर में ये गड़बड़ी हुई है.

फाइजर कंपनी की वैक्सीन को जिम्मेदार ठहराते हुए हेइदी ने कहा, ”’मेरा मानना है कि डॉक्‍टर ग्रेगरी की मौता का सीधा संबंध वैक्‍सीन से है। इसकी कोई और व्‍याख्‍या नहीं हो सकती है.”

फाइजर कर रही है जाँच

हेइदी ने जब फाइजर कंपनी को डॉक्टर की मौत का जिम्मेदार बताया तो इसके जबाब में कंपनी के अधिकारीयों ने कहा, ”इस समय हम नहीं मानते हैं कि वैक्‍सीन का डॉक्‍टर ग्रेगरी की मौत से कोई सीधा संबंध है”.

इस पर हेइदी ने कहा कि,

”डॉक्‍टर ग्रेगरी पूरी तरह से स्‍वस्‍थ थे. वह सिगरेट भी नहीं पीते थे. कभी-कभी ही वह शराब पीते थे. वह व्‍यायाम करते थे और समुद्र में गोते लगाते थे. उन्‍होंने मेरे पति की हर तरह से जांच की. यहां तक कि कैंसर की भी जांच की गई और उनके अंदर कुछ भी गलत नहीं पाया गया.”

डॉक्टर के शरीर में अचानक हुई प्लेटलेट्स की कमी

बताया जा रहा है वैक्सीन लगने के तुरंत बाद किसी भी तरह के साइड इफेक्ट डॉक्टर के शरीर पर नहीं देखे गए थे. लेकिन 3 दिन बाद जब वह नहा रहे थे तभी उनके शरीर पर अचानक खून के चत्ते पड़ने लगे, जिसके बाद जब जाँच हुयी तो पता चला कि उनके शरीर में ब्लड प्लेटलेट्स की संख्या जीरो हो चुकी है. आमतौर पर एक स्वस्थ्य इंसान के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या 150,000 से 450,000 के बीच रहती है.

हेइदी ने कहा,

”प्‍लेटलेट्स को छोड़कर खून की सारी जांच सामान्‍य आई. प्‍लेटलेट्स जीरो तक पहुंच गए. पहली बार डॉक्‍टर ग्रेगरी की जांच कर रहे डॉक्‍टरों ने सोचा कि यह गलती से हुआ है. इसलिए उन्‍होंने दोबारा जांच की तो केवल एक प्‍लेटलेट दिखाई दिया. इसके बाद भी डॉक्‍टर ग्रेगरी सामान्‍य थे और ऊर्जा से भरे हुए थे. डॉक्‍टरों ने ग्रेगरी को घर नहीं जाने की सलाह दी, क्‍योंकि यह बहुत ही खतरनाक था. इससे उनके सिर में बहना शुरू हो जाता और उनकी मौत हो जाती है.”

कोरोना वैक्सीन का ये साइड इफेक्ट दुनिया में वैक्सीन विवाद को एक नया रूप दे देगा.

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