Posted inक्रिकेट

टीम इंडिया के वो 3 खिलाड़ी जो हमेशा रहते है कोच के विपक्ष में

क्रिकेट

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एसी कई घटनाएं सामने आ चुकी है, जहाँ टीम के कप्तान और कोच की जोड़ियों की खटास देखी गयी है. जहां भारतीय क्रिकेट को कोच-कप्तान या मैनेजमेंट के साथ खिलाड़ियों के खराब संबधो का खामियाजा उठाना पड़ा है. उदाहरण के तौर पर चैपल-गांगुली, द्रविड-गांगुली और  कुबंले-कोहली को लिया जा सकता है.

आइये जानते है कुछ खिलाडियों  के बारे में जिनकी अपने कोच से तालमेल ठीक ही नहीं बैठा

क्रिकेट कोच रवि शास्त्री और रोहित शर्मा

बात करें कोच और कप्तान की जोड़ी की तब सीमित ओवर फ़ॉर्मेट में न केवल भारतीय क्रिकेट बल्कि पूरे विश्व के लिए बल्लेबाज़ी के मॉडर्न-डे ग्रेट बन चुके रोहित शर्मा की रवि शास्त्री से कभी तालमेल बेठ ही नहीं पाया. ये उन खिलाडियों में से आते है, जो अपने कोच कें द्वारा कही गयी बात पर अपने अनुसार मूल्याकंन करके अपना पक्ष रखते है ना की अपनी बस आँख बंद करके हर बात का पालन करें.

नागपुर के 33 वर्षीय सीनियर बल्लेबाज रोहित शर्मा द्व्रारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टीम के लिए अपना अभूतपूर्व योगदान देते हुए सीमित ओवर क्रिकेट में 224 वन-डे और 108 टी20 मैच खेले गए है. जहां रोहित शर्मा ने 224 वन-डे में रोहित ने लगभग 50 के औसत से कुल 9115 रन बनाए हैं जिनमें उनके 3 शानदार दोहरे शतक भी जड़े हैं. वन-डे क्रिकेट के अलावा टी20 क्रिकेट में भी रोहित शर्नेमा ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया है.

रविचंद्रन अश्विन

हाल ही में ऑफ़ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन क्रिकेट प्रशंसकों और एक्सपर्ट्स के बीच चर्चा का विषय बन चुके हैं, हाल ही में पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर  द्वारा रविचंद्रन पर टीम मैनेजमेंट पर लगाए गए आरोपों के कारण सुर्ख़ियों में बने हुए है.सुनील गावस्कर जैसे पूर्व दिग्गज और जिम्मेदार सीनियर क्रिकेटर के ऐसे सीधे आरोपों के बाद क्रिकेट फ़ैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स को भी ये बात मानने में ज़्यादा सोचना नहीं पड़ रहा कि रविचंद्रन अश्विन उन्हीं कुछ खिलाड़ियों में से हैं,

जो कोच शास्त्री और कप्तान की हर बात में हाँ में हाँ नहीं मिलाते.भारतीय टीम के लिए 70 टेस्ट, 111 वन-डे और 46  टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके अश्विन अब भारतीय टीम में एक सीनियर खिलाड़ी की हैसियत रखते है.

शिखर धवन

लंबे समय से भारतीय घरेलू क्रिकेट में खेलने वाले धवन को अंतरराष्ट्रीय मैच में उम्र के हिसाब से काफ़ी देर से डेब्यू करने का मौका मिल पाया था. धवन ने भारत के लिए 139 वन-डे और 64 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने वाले शिखर धवन ने भारत को कई अहम और बड़े टूर्नामेंट्स में भारत को जीत दिलाई है और मुश्किल मौकों पर मुसीबत से भी बाहर निकाला है.

लेकिन शिखर धवन का एग्रेसन अब केवल मैदान तक ही सीमित नहीं रह गया है. बल्कि अब वहाँ से भी दो कुछ कदम आगे चल कर ये  एग्रेसन अब टीम मीटिंग्स और ड्रेसिंग रूम में भी देखने को मिल रहा.

शिखर धवन का नाम भी धीरे-धीरे उन खिलाड़ियों में लिया जाने लगा है,जो टीम मीटिंग्स में कप्तान और कोच की हाँ में हाँ मिलाने से दुरी बनाते है या बचते है.

अब देखना ये है की टीम इंडिया में खिलाडयों और कोच के बीच की केमेस्ट्री कब तक मेल खा पाती है.

Exit mobile version