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साल 2021 की वो 5 शादियां जिसमें दूल्हा-दुल्हन की नई सोच ने तोड़ी सालों से चली आई परंपरा, सभी को लेनी चाहिए सीख

साल 2021 की वो 5 शादियां जिसमें दूल्हा-दुल्हन की नई सोच ने तोड़ी सालों से चली आई परंपरा, सभी को लेनी चाहिए सीख

वो कहते है ना कि बदलाव जरूरी होता है फिर वह बदलाव किसी भी रूप में क्यों न हो।शादी,हर किसी की जिंदगी का सबसे अहम फैसला माना जाता हैं। हमारे समाज में शादी तय होने से लेकर विदाई तक, कई तरह की रस्में की जाती है।कुछ ऐसी रस्में भी है जो सालों साल से चली आ रही है और लोग उसे बिना समझे, आंख बंद कर निभाते जा रहे हैं। कोई भी उन रस्मों के खिलाफ अपनी आवाज नहीं उठा पाता है लेकिन,आज हम आपको ऐसे ही दुल्हा-दुल्हन के बारे में बताएंगे, जिन्होंने समाज में नई सोच लाने का प्रयास कर,बरसों से चली आ रही परंपराओं को तोड़ दिया है।

ऐसी शादियां जहां तोड़ी गई पुरानी परम्परा

शादियों में आज भी बरसों पूरानी परंपराओं को चलाया जा रहा है।किसी को यह नहीं पता कि आखिर यह परंपरा हम क्यों निभाते आ रहे है।बस लोगों को विश्वास है कि जो पूराने समय से चला आ रहे है वह बिलकुल सत्य है और उन्हीं को आग भी निभाना चाहिए ।लेकिन कहते हैं कि बदलाव और अंत सुनिश्चित होता है।

आज हम समाज के जिस दौर में जी रहे है वहां शादियों में सदियों से चली आ रही कई परंपराओं को तोड़ा जा रहा है। पिछले साल ऐसी शादियां देखने को मिली हैं जहां दूल्हा-दुल्हन ने सदियों पूरानी परंपराओं पर रोक लगाकर अपना जीवन शुरू किया। तो चलिए जानते हैं  उन 5 शादियों के बारे में जहां रीति रिवाज को तोड़ा गया।

1. दुल्हन ने ‘कन्यादान’ से किया इनकार

बेटी की शादी में एक पिता के लिए अपनी बेटी का कन्यादान कराने की रस्म हिंदू रीति-रिवाज़ में सबसे अहम मानी जाती है।लेकिन मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के जोवा गांव में एक महिला अफसर ने इस रस्म को करने से इंकार कर दिया। ऐसा पहली बार देखा गया।महिला आईएएस अफसर तप्स्या परिहार ने शादी के वक्त पिता से कहा कि- मैं आपकी बेटी हूं,कोई दान करने वाली चीज़ नहीं।

आईएएस अफसर तपस्या परिहार की शादी बाकी पूरे रीति-रिवाज से संपन्न हुई लेकिन यह शादी चर्चा का विषय जरूर बन गई जहां पिता ने कन्यादान की रस्म नहीं हुई।

2. दूल्हे ने छूए दुलहन के पैर

आम तौर पर सदियों से यह रिवाज़ चली आ रही है कि शादी के बाद दुल्हन दूल्हे के पैर छूती है लेकिन यहां तो पासा ही पलट गया।इस तस्वीर में आपको कुछ अलग ही देखने को मिलेगा। दरअसल इस शादी में दुल्हन ने नहीं बल्कि दुल्हे ने दुल्हन के पैर छूए।

फोटो में दिख रहा है कि दूल्हा और दुल्हन मंदिर में खड़े है।दोनों के गले में वरमाला है। दुल्हन ने पहले झुककर दूल्हे का आशीर्वाद लिया और इसके तुरंत बाद दूल्हे ने भी झुककर दुल्हन का आशीर्वाद ले लिया। हालांकि दूल्हे के पैर छूते ही दुल्हन मुसकुराते हुए पीछे हट गई।लोगों ने दूल्हे के इस काम की खूब सराहना की थी।जिससे यह दोनों भी बरसों पूरानी परंपरा को तोड़ता नजर आए।

3. दूल्हा नहीं दुल्हन बैठी घोड़ी पर

पुराने रिवाजों के तहत, हमेशा दूल्हा घोड़े पर सवार होकर बारात लेकर आता है और दुल्हन अपने होने वाले पति का इंतजार करती है। लेकिन,अभी कुछ ही दिनों पहले बिहार के गया में एक ऐसी शादी हुई जहां दुल्हन बारात लेकर दूल्हे के घर पहुंची।ये शादी तब चर्चा का विषय बन गई जब पेशे से एयर होस्टेस दुल्हन घोड़ी पर बैठकर दूल्हे के घर पहुंची थी।

इस मौके पर दुल्हन की मां सुष्मिता गुहा ने बताया था कि उनकी बेटी बचपन से ही सवाल करती थी कि दूल्हा ही क्यों घोड़ी पर बैठकर आता है।दुल्हन क्यों नहीं ? उनका यह अंदाज हमेशा से दिखने को मिला है ।वह हमेशा कहती थी कि एक दिन वह इस परंपरा को तोड़ेगी और घोड़ी पर बैठकर बारात लेकर पहुंचेगी।

4. दुल्हन ने दुल्हे को पहनाया मंगलसूत्र

हिंदू रीति-रिवाज में शादी-शुदा महिला के लिए मंगलसूत्र बहुत मायने रखता है।हमने अकसर देखा है कि शादी के दौरान दूल्हा दुल्हन के गले में मंगलसूत्र पहनाता है।सदियों से चली आ रही इस परंपरा को पवित्र बंधन के रूप में देखा जाता है।

इस बदलते दौर में एक ऐसा अनोखा किस्सा देखा गया कि एक शख्स ने मंगलसूत्र पहनाने के नियमों में भी बदलाव कर दिया ।अपनी शादी में सिर्फ अपनी दुल्हन को ही मंगलसूत्र नहीं पहनाया बल्कि अपनी दुल्हन के हाथों से खुद भी इस मंगलसूत्र को धारण किया। शार्दुल कदम ऐसा करने के बाद काफी खुश नजर आए थे।

5. महिला पंडित से कराई शादी

शादियों में अक्सर हमने पुरूष पुजारी को ही देखा है। ऐसा माना जाता है कि कुछ काम में पुरुषों को ही अव्वल और महिलाओं को कमजोर माना जाता है। आज भले ही कई क्षेत्रों में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं, काम कर रही हैं लेकिन अभी भी कई कुछ कामों के लिए मान ही लिया गया है कि यह काम महिलाओं के बस की बात ही नहीं है। ऐसा ही एक क्षेत्र है पूजा और पुजारी का। ऐसे में बालीवुड अभिनेत्री दिया मिर्जा और वैभव की शादी में पूजारी कोई पुरूष नहीं बल्कि एक महिला थी।

महिला पुजारी शीला गट्टा ने इन दोनों की शादी कराई और चर्चा का विषय बन गई।यह एक अनोखी शादी थी जिसमें बरसों से चली आई परंपरा को तोड़ कर रख दिया।इन सभी शादियों को लेकर कई लोगों ने इन परंपराओं को तोड़ने वाले दूल्हा दुल्हन की पीठ थपथपाई तो कई लोगों ने इनकी जमकर आलोचना भी की, लेकिन महत्वपूर्ण ये रहा कि किसी के कुछ कहने से इन जोड़ों को कोई फर्क नहीं पड़ा और इन्होंने वहीं किया जो इनका मन था। इन शादियों को लेकर आपकी क्या राय है?हमें कॉमेंट करके जरूर बताएं।

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