Death: क्रिकेट को ‘जेंटलमैन गेम’ कहा जाता है, लेकिन कई बार यही खेल इतना खतरनाक साबित होता है कि खिलाड़ी को अपनी जान तक गंवानी पड़ती है। खेल के मैदान में पसीना बहाने वाले कई क्रिकेटर्स ऐसे भी रहे हैं, जिन्होंने मौत को खेलते-खेलते गले लगाया। आज हम तीन ऐसे ही क्रिकेटरों की दर्दनाक कहानियां आपको बताने जा रहे हैं, जिनकी मौत ने पूरे क्रिकेट जगत को सदमे में डाल दिया था।
इन 3 दिग्गजों की हुई मौत
वसीम राजा
पाकिस्तान के पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज वसीम राजा का निधन 2006 में हुआ था। उन्होंने अपने करियर में 57 टेस्ट और 54 वनडे मुकाबले खेले थे। वसीम इंग्लैंड के सरे क्रिकेट क्लब के लिए काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे, जब मैदान पर ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा। तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। वसीम राजा की मौत ने पाकिस्तान ही नहीं, पूरी क्रिकेट बिरादरी को गहरे शोक में डुबो दिया। गौरतलब है कि वसीम राजा के भाई रमीज राजा भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर रहे हैं और बाद में पीसीबी चेयरमैन भी बने।
फिलिप ह्यूज
ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज फिलिप ह्यूज की मौत शायद क्रिकेट इतिहास की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक है। नवंबर 2014 में शेफील्ड शील्ड के एक मैच के दौरान तेज गेंदबाज़ सीन एबॉट की एक खतरनाक बाउंसर ह्यूज की गर्दन पर जा लगी। ह्यूज वहीं मैदान पर गिर पड़े और उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया। स्कैन में सामने आया कि उनकी खोपड़ी में फ्रैक्चर हो गया है और अंदरूनी रक्तस्राव भी हो रहा है। दो दिन कोमा में रहने के बाद, ह्यूज ने दुनिया को अलविदा कह दिया। इस घटना ने क्रिकेट के नियमों और सुरक्षा मानकों को लेकर एक नई बहस छेड़ दी थी।
रमन लांबा
भारत के पूर्व बल्लेबाज रमन लांबा की मौत भी मैदान पर हुई थी। 1986 से 1989 के बीच उन्होंने 4 टेस्ट और 32 वनडे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। लेकिन फरवरी 1998 में ढाका में एक क्लब मैच के दौरान जब वह सिली पॉइंट पर फील्डिंग कर रहे थे, तब उनके सिर पर गेंद लग गई। दुर्भाग्यवश उन्होंने हेलमेट नहीं पहना था। इस चोट के कारण वह कोमा में चले गए और तीन दिन बाद उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मौत ने सबको झकझोर दिया और फील्डिंग के दौरान हेलमेट पहनने के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ी।
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