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यूपी में अब नहीं होगा अँधेरा, जल्द होगा 7 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन

यूपी में अब नहीं होगा अँधेरा, जल्द होगा 7 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन

2022 तक यूपी का ऊर्जा विभाग नए थर्मल पॉवर प्लांट से तकरीबन 7260 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा। इनमें से कुछ 1320 मेगावाट विद्युत उत्पादन का काम तो इसी साल तक शुरू होने की आशंका है। इससे यूपी में नए थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट शुरू होने से प्रदेश के उत्पादन गृहों की क्षमता बढ़कर 12,734 मेगावाट हो जाएगी । इसमें 9,434 मेगावॉट राज्य विद्युत उत्पादन निगम व जॉइंट वेंचर से 3,300 मेगावाट विद्युत का उत्पादन शामिल है। पहली बार अनपरा और ओबरा परियोजना को पर्यावरण विभाग ने कंसेंट टू ऑपरेट का सर्टिफिकेट दिया है।

ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकांत शर्मा ने सोमवार को उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम की निर्माणाधीन तापीय व काम कर रही इकाईयों की जांच की। श्रीकांत शर्मा ने बताया कि अनपरा, ओबरा, पारीक्षा और हरदुआगंज परियोजनाओं को एनजीटी के मानकों के तहत पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए फ्यूल गैस डीसल्फराइजेशन (एफजीडी) प्लांट भी लगाए जा रहे हैं, इन्हें दिसंबर 2022 तक हर हाल में लगा लिया जाएगा  ,जिससे पर्यावरण के अनुकूल पैमानों पर विद्युत उत्पादन कर हम अपनी सामाजिक जवाबदेही भी सुनिश्चित कर पाएंगे.

उर्जा मंत्री ने किया दावा

ऊर्जा मंत्री ने ये दावा किया है कि  सरकार में सिर्फ आपूर्ति ही नहीं बढ़ी सस्ती बिजली भी सुनिश्चित की गई। पूर्व सरकारों में 5.14 रुपये से 11.09 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीद के पीपीए किए गये थे । हमारी सरकार ने 2.98 रुपये से 4.19 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदी। किसानों को 1.24 रुपये प्रति यूनिट पर सिंचाई के लिए बिजली दी जा रही है।प्रदेश के 2,045 फीडर्स से ‘एग्रीकल्चर फीडर सेपरेशन’ का काम अंतिम चरण में है

ये रहेंगे बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाने के प्रोजेक्ट

मेजा में 12,176 करोड़ रुपए की लागत से उत्पादन निगम व एनटीपीसी के जॉइंट वेंचर से 660 मेगावाट की दो यूनिटें बनाई जा रही हैं। इसकी 660 मेगावाट की एक यूनिट पिछले वर्ष अप्रैल में शुरू कर दी गई थी। दूसरी यूनिट से 660 मेगावाट विद्युत उत्पादन अक्तूबर के पहले सप्ताह से शुरू हो जाएगा। 6,011.83 करोड़ रुपए की लागत की हरदुआगंज तापीय परियोजना से 660 मेगावाट विद्युत उत्पादन इसी वर्ष दिसंबर में शुरू हो जाएगा। 10,416 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन ओबरा-C परियोजना की दोनो यूनिटों से 660-660 मेगावाट विद्युत का उत्पादन भी मार्च 2022 तक शुरू हो जाएगा । प्रदेश सरकार द्वारा 5,816.70 करोड़ रुपए की लागत से पनकी, कानपुर में शुरू कराई गई निर्माणाधीन पनकी तापीय विद्युत परियोजना से दिसंबर 2021 में ही विद्युत निकासी शुरू हो जाएगी ।

मेरा नाम दिव्यांका शुक्ला है। मैं hindnow वेब साइट पर कंटेट राइटर के पद पर कार्यरत...

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