वाशिंगटन- अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बड़ी खुशखबरी सुनाई है। इस एजेंसी ने इतनी बड़ी मात्रा में लोहे का आसमानी भंडार खोज निकाला है कि वह पृथ्वी पर स्वर्ग का साम्राज्य स्थापित कर सकता है। अंतरिक्ष में लोहे का जखीरा इतना बड़ा है कि वह सारी दुनिया की भुखमरी और गरीबी को दूर कर सकता है।
नासा को मिला है अनमोल एस्ट्रॉयड
अंतरिक्ष में एक ऐसा एस्ट्रॉयड मिला है जो धरती के हर इंसान को अमीर बना सकता है। अब इस पर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपना यान भेजने की तैयारी कर रही है। यह एस्ट्रॉयड पूरा का पूरा लोहे, निकल और सिलिका से बना है।एस्टेरॉयड को आसान शब्दों में छोटा तारा भी कहा जा सकता है। मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच में मौजूद इस तारे में इतना लोहा भरा पड़ा है कि अगर इसके लोहे को धरती पर बेच दिया जाए तो यहां हर इंसान के हिस्से में करीब 1 बिलियन पाउंड यानी 9621 करोड़ रुपये आएंगे।
छोटे तारे का एक नाम रखा है- 16 साइकी
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इस छोटे तारे का एक नाम रखा है – 16 साइकी। एस्ट्रॉयड 16 साइकी हमारे सूरज के चारों तरफ एक चक्कर पांच साल में लगाता है। इसका एक दिन 4.196 घंटे का होता है। इसका वजन धरती के चंद्रमा के वजन का करीब 1 फीसदी ही है। नासा का कहना है कि इस एस्ट्रॉयड को धरती के करीब लाने की कोई योजना नहीं है। लेकिन इसपर जाकर इसके लोहे की जांच करने की योजना बनाई जा रही है।
नासा के अनुमान के अनुसार 10000 क्वॉड्रिलियन पाउंड (10,000,000,000,000,000,000 पाउंड) यानी धरती पर मौजूद हर आदमी को करीब 10 हजार करोड़ रुपये मिलेंगे। यह कीमत उस एस्ट्रॉयड पर मौजूद पूरे लोहे की है।
नासा की तैयारी है कि वह अगस्त 2022 में साइकी स्पेसक्राफ्ट को एस्ट्रॉयड 16 साइकी पर भेजे। अगर स्पेस एक्स अपने अंतरिक्षयान से कोई रोबोटिक मिशन इस एस्ट्रॉयड पर भेजेगा तो उसे वहां जाकर अध्ययन करके वापस आने में सात साल लगेंगे।