कोरोना से पीड़ित मरीजों की मृत्यु हो जाने के बाद कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ही दाह संस्कार कराया जाता है. इसी का फायदा उठा कुछ लोगो ने मुर्दों के कपड़ो को चुराते थे.
ब्रांडेड लेबल लगा करते धंधा
मामला बागपत के बडौत कोतवाली का है कुछ लोग श्मशान घाट से ही मुर्दों के कफ़न को चुराते थे. फिर उन कपड़ो पर ब्रांडेड लेबल लगा कर मार्केट में बेच देते थे. पुलिस ने सात लोगो को गिरफ्तार किया जिनके पास से बड़ी संख्या में कपड़े का खेप बरामद हुआ.
बडौत इंस्पेक्टर अजय शर्मा ने बताया कि जिले में रविवार को लॉकडाउन के दौरान जब पुलिस चेकिंग कर रही थी, तभी एक गाड़ी ब्रांडेड कपड़ों से भरी मिली। पुलिस को कुछ संदिग्ध लगा तो पुलिस ने कपड़ों का बिल मांगा. आरोपी बिल नहीं दिखा पाए तो पुलिस ने सख्ती अपनाई तो मामला से पर्दा उठा और पता चला ये मुर्दों का कफ़न चुराकर बेचने वाले हैं.
ऐसे करते थे चोरी और बिजनेस
ये लोग श्मशान घाट से मुर्दों के कफ़न चुराकर उसे धुलते फिर उसमे ब्रांड का लेबल लगा मार्केट में बेचते थे. पुलिस ने ऐसे 7 लोगो को गिरफ्तार किया. इनके पास 520 कफ़न 120 कुर्ते 140 कमीज, 14 धोती 12 गरम शॉल 52 साड़ी 158 ग्वालियर का स्टीकर बरामद हुआ.
पुराना था कारोबार
ये सभी आरोपी बडौत के ही थे, जिसमें प्रवीण कुमार जैन पुत्र श्रीपाल जैन, आशीष जैन उर्फ उदित जैन पुत्र प्रवीण, श्रवण कुमार शर्मा पुत्र राममोहन, ऋषभ जैन पुत्र अरविन्द, राजू पुत्र ईश्वर, बबलू पुत्र वेदप्रकाश, शाहरूख खान पुत्र मोबीन शामिल हैं.
पुलिस के पूछताछ में पता चला ये आरोपी करीब दो साल से इस तरह का धंधा कर रहे हैं, पिछले कोरोना काल में भी ये लोग यही व्यापार कर रहे थे.