ICC: क्रिकेट एक ऐसा खेल है जहां हर दिन नए नियम और कानून लागू होते रहते हैं, जिसे खिलाड़ियों का मानना पूरी तरह से अनिवार्य होता है. क्रिकेट में कई ऐसे नियम हैं, जिसके आने से खिलाड़ियों को काफी फायदा होता है. वहीं कुछ नियम इतने कड़े होते हैं कि खिलाड़ियों को इसे मानने में परेशानी होती है. इसी क्रम में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने वनडे क्रिकेट में एक नए नियम का आगाज किया है.
इस नियम गेंदबाजों को काफी फायदा होने वाला है. अच्छी बात यह है कि भारत में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने आईपीएल 2025 से ही इस नियम को लागू कर दिया है. यही वजह है कि भारत के गेंदबाज इस नियम से पहले ही वाकिफ हैं और उन्हें पता है कि किस तरह इसका पालन करना है. दरअसल डेथ ओवर में गेंदबाजों की मदद करने के लिए आईसीसी (ICC) खास तौर पर यह नियम लेकर आई है.
ICC: वनडे क्रिकेट में लागू हुआ नया नियम
दरअसल, वनडे क्रिकेट में आईसीसी (ICC) गेंदबाजों को फायदा पहुंचाने के लिए जो नया नियम लेकर आई है, वह बहुत ही खास है और यह जुलाई महीने से लागू होगा. दरअसल आईसीसी ने यह सदस्यों को सूचित किया है कि 1 से 34 ओवर के लिए दो नई गेंदे होगी और जैसे ही 34 ओवर पूरा होगा, उसके बाद 35 ओवर की शुरुआत से पहले फील्डिंग टीम 35 से 50 ओवर के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दो गेंद में से एक का ही चयन करेगी. फिर जो चुनी गई गेंद है उसका इस्तेमाल बाकी के बचे समय में दोनों छोर पर किया जाएगा.
यानी की पहली पारी शुरू होने से पहले 25 ओवर या उससे कम के मैच में प्रत्येक टीम के पास अपनी पारी के लिए केवल एक नई गेंद होगी. आपको बता दे कि डेथ ओवरों में गेंद को ताजा और सुखा रखने के लिए आईपीएल में इस नियम ने काफी ज्यादा गेंदबाजों की मदद की है, ताकि इसे रिवर्स किया जा सके. 2 जुलाई से कोलंबो में शुरू होने वाले श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच वनडे सीरीज के साथ इस नियम को लागू किया जाएगा.
गेंदबाजों की मदद के लिए आईसीसी ने लिया बड़ा फैसला
इससे पहले गेंदबाजों के लिए यह नियम अप्रैल में लागू होने की बात चली थी, लेकिन अब 2 जुलाई के साथ इसे लागू किया जा रहा है. दरअसल अगले महीने जून में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का फाइनल मुकाबला खेला जाना है, उससे पहले आईसीसी (ICC) ने वनडे फॉर्मेट में इस नए नियम को लेकर दस्तक दे दी है, जिसे वनडे के साथ-साथ टेस्ट फॉर्मेट में भी लागू करने की बात कही जा रही है.
हालांकि टेस्ट फॉर्मेट में आईसीसी का यह नियम 17 जून को श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच गॉल में खेले जाने वाले मुकाबले से लागू होगा, जहां यह देखना दिलचस्प होगा कि आईसीसी का यह नियम गेंदबाजों पर कितना ज्यादा प्रभावी हो रहा है और उन्हें आईसीसी के इस नियम से गेंदबाजी करने में कितनी मदद मिल रही है.
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