BCCI: भारत में इन दिनों आईपीएल 2025 की धूम मची हुई है। फैंस को आए दिन एक से बढ़कर एक रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहे हैं। लेकिन इन सब के बीच बीसीसीआई पर विदेशी खिलाड़ियों के साथ भेदभाव करने का आरोप लग गया है। कई लोगों का मानना है कि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) विदेशी खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी कर रहा है। और एक ही गलती की अपने खिलाड़ियों को अलग और विदेशी खिलाड़ियों को अलग सजा सुना रहा है। तो आइए जानते है क्या है पूर मामला…
विदेशी खिलाड़ियों के साथ भेदभाव कर रहा BCCI!
दरअसल बीते दिन दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच आईपीएल 2025 का अब तक का सबसे रोमांचक मुकाबला खेला गाया। दोनों ही टीमों के बीच इस मुकाबले का फैसला सुपर ओवर में हुआ था। इस मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स मुकाबले से बाहर नजर आ रही थी लेकिन मिचेल स्टार्क आखिरी ओवर में जबरदस्त गेंदबाज़ी कर अपनी टीम को मैच जितवा दिया। हालाँकि एक ऐसा भी मौका आया था जब फैंस को लगा मिचेल स्टार्क के साथ बीसीसीआई (BCCI) ने भेदभाव किया है।
इस मैच के ड्रॉ होने के बाद दिल्ली कैपिटल्स ने मिचेल स्टार्क को सुपर ओवर डालने का मौक़ा दिया था। इस ओवर के चौथी गेंद पर अंपायर ने नौ बॉल करार दिया था लेकिन उन्होंने लाइन को ओवरस्टेप नहीं किया था। रीप्ले में देखा गया बैकफुट की वजह से अंपायर ने नो बॉल करार दिया।
No ball by Starc Fair ball by Vignesh pic.twitter.com/huPwEtJh28
— TukTuk Academy (@TukTuk_Academy) April 17, 2025
सुनाई दो अलग-अलग सजा
ऐसा ही एक मामला मुंबई इंडियंस के युवा गेंदबाज विग्नेश पुथुर का केकेआर के खिलाफ भी सामने आया था लेकिन तब अंपायर ने इस गेंद को फेयर डिलीवरी करारा दिया था। बस फिर क्या था, फैंस इस बात पर हड़कंप मचाने लगे कि स्टार्क के साथ नाइंसाफी हुई है। अगर विग्नेश की गेंद नौ बॉल नहीं थी तो स्टार्क की भी वही गलती थी तो इनको नो बॉल क्यों दिया गया। इसी के साथ कुछ फैंस तो मुंबई इंडियंस और बीसीसीआई पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा रहे है।
तो वही सोशल मीडिया पर दोनों गेंदबाजों की क्लिप वायरल हो रही है, जिसके बाद फैंस जमकर कमेंट कर रहे है। एक यूजर ने कमेंट किया अब पता चला कि मुंबई के पास 5 ट्रॉफी क्यों है। तो वही दूसरे यूजर ने कमेंट किया कि अंपायर खरीदने का कॉन्सेप्ट नहीं पता है क्या तुम्हे?