Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अगले 3 सालों के लिए गौतम गंभीर को टीम इंडिया के हेड कोच नियुक्त किया है। ऐसे में अब सभी का ध्यान उनके सहयोगी स्टाफ पर है। बीसीसीआई मुख्य कोच को अपना सहयोगी स्टाफ चुनने की छूट देता है, लेकिन गंभीर के साथ इस मामले में काफी अड़चने आ रही हैं। इससे पहले बोर्ड ने गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को फ्री हैंड देने की बात कही थी, जिस पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
Gautam Gambhir के करीबी हुए रिजेक्ट
हेड कोच के साथ सहयोगी स्टाफ में बैटिंग कोच, फील्डिंग कोच और बॉलिंग कोच शामिल होता हैं, जिसे आमतौर पर मुख्य कोच ही चुनता है। गौतम गंभीर ने भी इसके लिए अपने सुझाव बीसीसीआई को दिए थे। मगर उनके रिजेक्ट कर दिया गया। उन्होंने पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आर विनय कुमार को गेंदबाजी कोच बनाने में रुचि दिखाई थी, जिसके लिए बोर्ड राजी नहीं हुआ और अब गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के एक और करीबी को रिजेक्ट कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें : ससुर की वजह से दादागिरी दिखा रहे हैं शाहीन अफरीदी, कोच के साथ की बदतमीजी, PCB ने लिया कड़ा एक्शन
जोंटी रोड्स को भी ठुकराया
हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी खबर में दावा किया है कि गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने फील्डिंग कोच के रूप में जोंटी रोड्स (Jonty Rhodes) का नाम सुझाया था। मगर इसे भी बीसीसीआई के द्वारा ठुकरा दिया गया। गंभीर ने रोड्स के साथ लखनऊ सुपर जाइंट्स में काम किया है। साथ ही उनकी गिनती आज भी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डर्स में की जाती है। मगर बोर्ड स्पोर्ट स्टाफ में किसी विदेशी को रखने के लिए तैयार नहीं है। पिछले 7 वर्षों में टीम इंडिया पूरी तरह से देसी स्टाफ के साथ काम कर रही है कर बीसीसीआई इसे जारी रखना चाहता है।
टी दिलीप के लिए खुले दरवाजे
आपको बता दें कि जोंटी रोड्स के रिजेक्ट होते ही वर्तमान फील्डिंग कोच टी दिलीप के लिए एक बार फिर टीम इंडिया के दरवाजे खुल गए हैं। उनके मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने काफी सराहनीय काम किया था। आईसीसी इवेंट में उनके द्वारा की जाने वाले फील्डर ऑफ़ द मैच की सेरेमनी से खिलाड़ियों का काफी उत्साह बढ़ा और फैंस ने भी इसे काफी पसंद किया।