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फिल्म ‘छावा’ के ये 5 सीन हैं समझ से परे, जिनकी वजह से कहानी लगती है अधूरी

फिल्म 'छावा' के ये 5 सीन हैं समझ से परे, जिनकी वजह से कहानी लगती है अधूरी

Chhaava: बॉलीवुड एक्टर विक्की कौशल और साउथ एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना की मोस्ट अवेटिड फिल्म ‘छावा’ (Chhaava) 14 फरवरी को रिलीज हो चुकी है। रिलीज होने के बाद से ही यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रही है, आपको बता दें, यह फिल्म तीन दिन में ही 100 करोड़ क्लब में शामिल हो गई है। इतना ही नहीं फिल्म देखने के बाद लोग विक्की कौशल की एक्टिंग की जमकर तारीफ कर रहे हैं। आज हम आपको इस फिल्म के उन पांच सीन के बारे में बताएंगे जिनकी वजह से इस फिल्म में अधूरेपन का एहसास होता हैं। तो आइए जानते है कौन से वो पांच सीन है जो फिल्म की कहानी को अधूरा बना रहे है।

इन 5 सीन की वजह से अधूरी लगती है Chhaava की कहानी

1.राजाराम भोसले का सीन

Chhaava

विक्की कौशल स्टारर फिल्म ‘छावा’ (Chhaava) में छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद एक तरफ उनके बेटे छत्रपति संभाजी महाराज को राजपाट सौंप दिया जाता है। लेकिन मराठा साम्राज्य की राजमाता चाहती हैं कि संभाजी के चचेरे छोटे भाई राजाराम भोसले अगले छत्रपति बनें। जिसके लिए वह साजिश भी रचती हैं। और मुगलों से हाथ मिलाने की कोशिश भी करती हैं। लेकिन फिल्म में अचानक उनकी मौत इस कारण को अधूरा छोड़ देती है कि वह ऐसा क्यों चाहती थीं? जिससे फिल्म अधूरी लगती है

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2.औरंगजेब के बेटे अकबर का सीन

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विक्की कौशल की फिल्म (Chhaava) में दिखाया जाता है कि औरंगजेब का बेटा मोहम्मद अकबर अपने पिता की जगह दिल्ली की गद्दी पर बैठना चाहता है। वह छत्रपति संभाजी महाराज से मदद मांगता है। संभाजी महाराज उसका साथ न देकर उसे सुरक्षित रखने का वादा करते हैं। एक दिन अचानक अकबर, संभाजी की शरण छोड़कर चला जाता है। हालांकि वो क्यों और कहां गया इसका कुछ पता नहीं लगता है। और फिल्म में ये किस्सा भी अधूरा रह जाता है।

3.औरंगजेब का सीन

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इस फिल्म (Chhaava) में औरंगजेब का किरदार बॉलीवुड एक्टर अक्षय खन्ना ने निभाया है। फिल्म में औरंगजेब की कहानी कहीं न कहीं अधूरी लगी है। किताबों में लिखा है कि औरंगजेब बिल्कुल क्रूर और निर्दयी इंसान था लेकिन फिल्म में उसका किरदार उसे थोड़ा असहाय दिखाता है। फिल्म को देखने के बाद ऐसा लगता ही कि औरंगजेब के बारे में कुछ और जानकारियां भी जोड़ी जा सकती थीं।

4.येसूबाई भोसले का सीन

Chhaava

फिल्म ‘छावा’ (Chhaava) के ड्यूरेशन को कम रखने के चक्कर में मेकर्स काफी कुछ मिस कर गए हैं। फिल्म में छत्रपति संभाजी महाराज की पत्नी येसूबाई भोसले पर्दे पर दमदार दिखी हैं लेकिन उन्हें स्क्रीन टाइम काफी कम मिला है। इस वजह से ऑडियंस को उन्हें समझने और जानने का मौका भी कम मिला है।

5.छत्रपति संभाजी महाराज के बाद क्या?

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आपको बता दें, छत्रपति संभाजी महाराज की मौत के बाद मराठा साम्राज्य को नए छत्रपति राजाराम भोसले मिलते हैं। ऐसा कहा जाता है कि संभाजी की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी येसूबाई को औरंगजेब ने कई साल तक कैद करके रखा था। फिल्म ‘छावा’ (Chhaava) जहां पर खत्म होती है, वहां एक अधूरापन महसूस होता है क्योंकि उसके बाद क्या हुआ इस बात से हर कोई अंजान है।

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Kamakhya Reley is a journalist with 3 years of experience covering politics, entertainment, and sports. She is currently writes for HindNow website, delivering sharp and engaging stories that connect with...

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