डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि (एकेटीयू़) की मंगलवार को कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में हुई कार्य परिषद की बैठक में उत्तर प्रदेश में पांच नए इंजीनियिरंग कॉलेज खोले जाने का निणर्य लिया गया। इस पर समिति के सभी लोगों ने सर्व सम्मति प्रदान की। इन पांचो इंजीनियिरंग कॉलेज स्कूल ऑफ़ एडवांस्ड स्टडीज (स्नातक), स्कूल ऑफ़ फार्मेसी एवं फार्मास्यूटिकल रिसर्च, स्कूल ऑफ़ बायोलॉजिकल साइंस एवं सेंटर फार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं बायोमेडिकल इंजीनियरिंग शामिल हैं|
आइआइटी कानपुर के साथ मिलकर करेंगे इनोवेशन, इंक्यूबेशन एवं स्टार्टअप कार्य
इनोवेशन, इन्क्यूबेशन एवं स्टार्टअप के कार्य को वृहद् स्तर पर आईआईटी, कानपुर के साथ मिलकर किये जाने पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गयी। परिषद में सम्बद्ध संस्थानों के 10 विद्यार्थियों को विवि द्वारा 15 हजार रूपये माह की इंटर्नशिप प्रदान करने के प्रस्ताव को हरी झंडी प्रदान की गयी।
शोध एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए तीन पोस्ट डाक्टरल फेलोशिप की शुरुआत किये जाने पर सहमति से अनुमोदन प्रदान किया गया| यह फेलोशिप क्रमशः 70 हजार रूपये, 75 हजार रूपये एवं 80 हजार रूपये प्रतिमाह प्रदान की जाएँगी|
इसके अलावा निजी संस्थानों को शैक्षिक स्वायत्तता प्रदान करने के प्रस्ताव पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की विनियमावली के अनुसार निजी संस्थानों को शैक्षिक स्वायत्तता प्रदान किये जाने पर सहमति बनी|
टीईक्यूआइपी-3 परियोजना के कार्यन्वयन में देश में एकेटीयू पहले स्थान पर
विवि द्वारा टीईक्यूआईपी-3 का 96 प्रतिशत बजट का सफलता पूर्वक उपभोग कर लिया है| साथ ही विवि टीईक्यूआईपी-3 परियोजना के कार्यन्वयन में देश में प्रथम स्थान पर रहा है| उक्त पर परिषद ने प्रशंसा व्यक्त की|
ऑन लाइन हुई बैठक में प्राविधिक शिक्षा विशेष सचिव सुनील चौधरी, आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर, आईआईटी, रुड़की के प्रो. सुनील बाजपेई, एआईसीटीई नामिनी प्रो. एसके अवस्थी, सीसीएस मेरठ विवि से प्रो ह्रदय शंकर सिंह, एमएमएमयूटी के प्रो. गोविन्द पांडये, सुमेर अग्रवाल, विवेक नथानी, विवि के प्रतिकुलपति प्रो. विनीत कंसल, कुलसचिव नंद लाल सिंह, वित्त अधिकारी जीपी सिंह, आरईसी, बांदा के निदेशक प्रो. एसपी शुक्ला सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे|