पिछले काफी दिनों से आसमान छू रहे सोने-चांदी के कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है और ये कोई छोटी मोटी नहीं बल्कि सात साल की सबसे बड़ी गिरावट है। कोरोनावायरस के कारण चारों तरफ असमंजस की स्थिति थी। ऐसे में कोरोना की वैक्सीन को लेकर आ रही लगातार आ रहीं खबरों ने सोने-चांदी की कीमतों को तोड़ना शुरू कर दिया है, जिसके अभी और नीचे आने की संभावना है।
और घटेंगे इनके दाम
अंतरराष्ट्रीय मीडिया एजेंसी के मुताबिक सोने-चांदी के दामों में 5 फ़ीसदी तक की कटौती हुई है। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि अभी घरेलू बाजार में सोने-चांदी 5 से 8 फ़ीसदी तक और सस्ता हो जाएगा। दिल्ली में सराफा बाजार बाजार में प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत 1,327 रुपए लुढ़क गई। वहीं 1 किलोग्राम चांदी की कीमत 2,963 रुपए तक गिर गई है। जानकारों का मानना है कि अभी इन कीमतों में और ज्यादा गिरावट देखने को मिलेगी।
क्यों इतनी घटी कीमतें
सोने और चांदी की घटी कीमतों को लेकर लोगों के मन में यही सवाल है कि अचानक इतनी बढ़ोतरी क्यों हो गई। इसकी वजह अमेरिकी बाजार में खरीदारी बढ़ने को बताया जा रहा है जिसकी वजह से अमेरिकी शेयर बाजार के स्मार्ट बैंचमार्क इंडैक्स S&P 500 के नए रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया। और इसके चलते 5 से 8 फ़ीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
वही कोरोनावायरस के संकट से जूझ रहे विश्व में जब कोरोना की वैक्सीन की बात उठने लगी है तो बाजार में एक नई ताकत फिर से देखने को मिली है। जिसके चलते खरीदारी बढ़ गई है और सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आ रही है।
सोने की है ये फितरत
जानकारों का मानना है कि सोने की कीमतें आर्थिक मंदी के दौर में सबसे तेजी से ऊपर जाती हैं। 1970 के आर्थिक मंदी और 2008 में हुए आर्थिक उठापटक ने इस बात को जाहिर किया था कि जब बाजार अव्यवस्थित होता है तो सोना आसमान छूने लगता है, कोरोनावायरस के कारण इस बार भी ऐसा ही हुआ है लेकिन जिस तरह से यह कीमतें गिर रही है यह कोरोना की वैक्सीन के आने के बाद अभी और अधिक गिरेंगी।