पटना- अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच को लेकर महाराष्ट्र और बिहार पुलिस के बीच जारी तनातनी शांत होने का नाम नहीं ले रही है। इस केस की जांच करने के लिए पटना से मुंबई पहुंचे आईपीएस विनय तिवारी को जबरदस्ती क्वारंटीन कर दिया गया है। इस घटना का विरोध खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक ने किया है। इसके बाद भी महाराष्ट्र सरकार और पुलिस अपने फैसले से पीछे हटने को तैयार नहीं है।
पटना IG ने BMC के चीफ़ को पत्र लिखकर IPSविनय तिवारी को कोरंटिन करने का विरोध करते हुए उनको मुक्त करने का अनुरोध किया था जिसको ठुकरा दिया गया है.BMC ने पत्र का जबाब भी पटना पुलिस को भेज दिया है.यानि हमारे SP विनय तिवारी अब 14 दिन तक वहीं क़ैद रहेंगे.BMCका यह फ़ैसला दुर्भाग्यपूर्ण! pic.twitter.com/ZHLfeZMGoo
— IPS Gupteshwar Pandey (@ips_gupteshwar) August 5, 2020
आईपीएस को मुक्त करने के लिए बिहार पुलिस ने लिखा पत्र
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि पटना आईजी ने बीएमसी के चीफ को पत्र लिखकर आईपीएस विनय तिवारी को क्वारंटीन करने का विरोध करते हुए उनको मुक्त करने का अनुरोध किया था, जिसको ठुकरा दिया गया है बीएमसी ने पत्र का जबाब भी पटना पुलिस को भेज दिया है। यानि हमारे एसपी विनय तिवारी अब 14 दिन तक वहीं कैद रहेंगे। बीएमसी का यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। डीजीपी ने ये बातें अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है।
बीएमसी ने यूं दिया पत्र का जवाब
बीएमसी एडिशनल कमिश्नर ने लिखा है कि आईपीएस विनय तिवारी अपनी प्रोसीडिंग और जांच को जूम, जिओ मीट और दूसरे मीटिंग ऐप के जरिए अंजाम दे सकते हैं। इससे वो महाराष्ट्र के सरकारी दफ्तर में जाकर उस दफ्तर में मौजूद लोगों और खुद को संक्रमित होने से बचाएंगे। जवाब में साफ लिखा है कि अधिकारी को उन सभी नियम कानून का पालन करना होगा जो इस वक्त राज्य में लागू हैं। इसका साफ मतलब है कि विनय तिवारी को क्वारंटीन से छूट नहीं मिलेगी।
ये था मामला
बता दें बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत से संबंधित पटना में दर्ज एफआईआर पर जांच करने मुंबई गई बिहार पुलिस को मुंबई पुलिस से सहयोग नहीं मिलने के आरोप के बीच बिहार पुलिस मुख्यालय ने जांच में तेजी लाने के लिए पटना से भारतीय पुलिस सेवा के सीनियर अधिकारी विनय तिवारी को मुंबई भेजा गया था। मगर बीएमसी अधिकारियों ने उन्हें क्वारंटीन कर दिया। उन्हें गोरेगांव के एक गेस्ट हाउस में ठहराया गया है।