Posted inक्रिकेट

भारत सरकार दे रही सस्ता सोना खरीदने का अंतिम मौका, मात्र इतने में दे रही 1 तोला

भारत सरकार दे रही सस्ता सोना खरीदने का अंतिम मौका, मात्र इतने में दे रही 1 तोला

त्योहार के समय सोने -चांदी में उतार चढाव जारी है। वही ऐसे मौके पर यदि आप सोना खरीदना चाहते है तो आपके पास यह अच्छा मौका है। सरकार ने 9 नवंबर को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2020-21 शुरुआत की थी। वही अब सरकार की इस स्कीम की आठवीं सीरीज का आज आखिरी दिन है। यही नहीं इस स्कीम के तहत आपको सोना बाजार भाव से कम रेट पर मिल रहा है।

धनतेरस पर खरीदें सस्ता सोना

सरकार ने आठवीं सीरीज में सीरीज में 1 ग्राम सोने का दाम 5,177 रुपये तय किया है। अगर आप ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन खरीदते हैं तो प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट भी मिलेगी। 5127 रुपये प्रति ग्राम पर मिलेगा. इससे पहले गोल्ड बॉन्ड की 7 वीं सीरीज में सोने का दाम 5,051 प्रति ग्राम थी। सरकार की ओर से आरबीआई सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। इस स्कीम के तहत आप कम से कम 1 ग्राम सोना खरीद सकते हैं। नवंबर साल 2015 में सरकार ने फिजिकल गोल्ड की मांग को कम करने के मकसद से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की शुरुआत की थी।

93 परसेंट पर रिटर्न बंपर रिटर्न

नवंबर 2015 में जिन निवेशकों में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के पहले इश्यू को सब्सक्राइब किया था। उन्हें बीते पांच सालों में करीब 93 परसेंट का रिटर्न मिल चुका है. ये बॉन्ड आठ साल में मैच्योर होते हैं। लेकिन निवेशक के पास पांच साल बाद बाहर निकलने का विकल्प होता है।

यहां से खरीद सकते हैं गोल्ड बॉन्ड

स्कीम के तहत एक वित्त वर्ष में कोई भी अधिकतम चार किलो तक गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है। यदि आप सॉवरेज गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास PAN होना जरूरी है। इसे आप सभी कमर्शियल बैंक ,छोटे फाइनेंस बैंक, पेमेंट बैंक को छोड़कर, डाकघर, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या सीधे एजेंट्स के जरिए आवेदन कर सकते हैं।

इतना निवेश कर सकते हैं

इस स्कीम की खास बात यह है कि आप इसमें सिर्फ 1 ग्राम सोना खरीदकर शुरुआत कर सकते हैं। एक वित्त वर्ष में आप 4 किलो तक गोल्ड खरीद सकते हैं। आपको सरकार सालाना 2.5 परसेंट का ब्याज भी देती है मतलब आपको सोने की बढ़ती कीमतों के अलावा ब्याज भी अलग से मिलता है।

टैक्स फ्री

 

जब आप फिजिकल गोल्ड खरीदने जाते हैं तो कुल दाम पर जीएसटी चुकाना होता है लेकिन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में जीएसटी नहीं देना होता। साथ ही मैच्योरिटी के समय कोई भी कैपिटल गेंस बिल्कुल टैक्स फ्री होता है। ये छूट सिर्फ गोल्ड बॉन्ड्स में ही मिलती है। एक बात ध्यान रखें कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है।

Exit mobile version