Edible Oil Price : देश में हर रोज बढ़ रही महंगाई ने अब लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. हालांकि दिवाली से पहले आम आदमी को बढ़ती महंगाई से थोड़ी राहत मिली है. त्योहार से पहले खाने का तेल सस्ता हो गया है. बता दें कि त्योहार को देखते हुए अडाणी विल्मर और रुचि सोया समेत कई प्रमुख खाद्य तेल कंपनियों ने थोक तेल की कीमतों में 5से 8 रुपये पर लीटर के हिसाब से कटौती किया है.
इन कंपनियों ने खाने का तेल किया सस्ता
बता दें कि उद्योग निकाय सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन के मुताबिक जल्द ही और खाद्य तेल कंपनियां तेल की कीमतों में कटौती कर सकती हैं. एसईए ने कहा कि खाद्य तेलों की थोक दर में कमी करने वाली कंपनियां गोकुल रिफॉइल्स एंड सॉल्वेंट (सिद्धपुर), विजय सॉल्वेक्स लिमिटेड (अलवर) जेमिनी एडिबल्स एंड फैट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (हैदराबाद), मोदी नैचुरल्स (दिल्ली) समेत कई कंपनियों ने तेल की कीमतों में कटौती की है.
कंपनियां दाम में करेंगी कटौती
बता दें कि तेल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए एसईए ने खाद्य तेल कंपनियों से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए तेल के दाम कम करने का अपील किया था. जिसके बाद खाद्य तेल कंपनियों ने तेल की कीमतों में कमी की है. एसईए के अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी ने कहा कि- ‘उद्योग से प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है. इससे पहले भी खाद्य तेल की कंपनियां 4,000-7,000 रुपये प्रति टन पर 5 से 8 रुपये प्रति लीटर की कमी कर चुका है. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में और बाकी कंपनियां भी खाद्य तेल की कीमतों में कमी करने जा रही हैं.’
5 से 8 रुपये प्रति लीटर सस्ता हुआ तेल
एसईए ने त्योहारों के दौरान उपभोक्ताओं को अधिक कीमतों से राहत देने के लिए ऐसा करने की अपील की. इसके बाद इन कंपनियों ने थोक कीमतों में कमी की है. एसईए के अध्यक्ष अतुल चतुर्वेदी ने कहा, ‘उद्योग से प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है. इससे पहले भी थोक थोक कीमतों में 4,000-7,000 रुपये प्रति टन 8 रुपये तक की कमी कर चुके हैं और बाकी कंपनियां भी खाद्य तेल की कीमतों में कमी करने जा रही हैं.’
और घट सकते है तेल के दाम
अतुल चतुर्वेदी ने कहा कि इस साल घरेलू सोयाबीन और मूंगफली के फसल की अच्छी पैदावार हुई है. वहीं, सरसों के दाम की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इस बार सरसों की खेती भी किसाने ने बड़े पैमाने पर की है. ऐसे में आने वाले कुछ दिनों में खाद्य तेल की कीमते समान्य हो जाएंगी.