गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए कई राज्यों से किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं। परेड तीन जगहों से शुरू होगी, जिनमें सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर शामिल हैं। पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के लिए तीन रूट पर करीब 170 किलोमीटर लंबी सड़क दी है। हालांकि किसान मजदूर संघर्ष समिति एसएस पंढेर के मुताबिक, किसानों ने जो रूट तय किए थे, वे इससे अलग हैं।
उन्होंने कहा कि वे ट्रैक्टर परेड पहले से तय रूटों पर ही निकलेगी। ऐसे में अब देखना यह है कि दिल्ली पुलिस इसपर मानेगी या नहीं। इस ट्रैक्टर रैली में मुख्य तौर पर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान शामिल होंगे। दिल्ली पुलिस ने शर्तों के साथ किसानों की ट्रैक्टर रैली को तीन रूट पर निकालने की मंजूरी दी है। पहला रूट 62-63 किलोमीटर का होगा और रैली दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से निकलकर संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, कंजावला, बवाना और चंडी बॉर्डर से गुजरते हुए केएमपी एक्सप्रेसवे पहुंचेगी।
दिए गए रूट से नाखुश किसान
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सुखविंदर सिंह सभरा का कहना है कि जिस तरह से हमें ट्रैक्टर रैली की परमिशन दी गई है, वो सही नहीं है। हम पुरानी रिंग रोड से जाना चाहते थे, लेकिन हमें शर्तों के साथ कुछ ही हिस्से में जाने की इजाजत दी है वो भी जो हरियाणा के अंदर आता है।
इससे पहले किसान संगठनों द्वारा इजाजत मांगी गई थी कि वे रिंग रोड पर अपनी ट्रैक्टर रैली निकालना चाहते हैं, साथ ही लालकिले तक जाना चाहते हैं।हालांकि, तमाम बैठकों के बाद भी दिल्ली पुलिस की ओर से इसकी इजाजत नहीं दी गई ।
ट्रैक्टर रैली का कांग्रेसी करेंगे स्वागत
किसानों की ट्रैक्टर रैली रूट पर जगह-जगह मंच बनाकर रैली का स्वागत करेंगे।इन सभी मंचों की अगुवाई दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष स्वयं भी एक प्वाइंट पर किसानों के समर्थन में कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर ट्रैक्टर रैली का स्वागत करेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि कृषि कानून को वर्तमान रुप में लागू किया जाता है तो सम्पूर्ण कृषि उत्पादों को भाजपा सरकार के सहयोग से चुनिंदा कॉर्पोरेट्स द्वारा खरीदकर बेचा जाएगा।