ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल आईपीएल में लगातार प्रदर्शन में निरंतर कमी को लेकर भूमिका में बदलाव को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। लेकिन अगर वे देश के लिये खेलते हैं तो भूमिका बिल्कुल स्पष्ट होती रहती है।
किंग्स इलेवन पंजाब के ये बल्लेबाज आईपीएल से पहले इंग्लैंड दौरे पर थे। इंग्लैंड दौरे पर वे 7वें नम्बर पर बल्लेबाजी करते हुए इन्होंने मात्र 90 गेंदों में 108 रन की पारी एलेक्स कैरी के साथ मिलकर टीम को जितने में अहम भूमिका निभाये थे।
जब मैक्सवेल दुबई से पीटीआई से बात किये और बताये कि ऑस्ट्रेलिया से खेलते हुये अपनी क्षमता का अहसास हुआ। वहीं आईपीएल में खेलते हुए इनके प्रदर्शन में कमी का क्या कारण है. जिसके बाद मैक्सवेल ने कहा कि आईपीएल और ऑस्ट्रेलियाई कैरियर की तुलना नही करूंगा। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी किस भूमिका में बल्लेबाजी करेंगे ये अच्छी तरह से पता रहता है। जिसके साथ मिल कर अच्छे साझेदारी टीम के लिये खड़ा हो जाता है।
मैक्सवेल ने आईपीएल में अपने प्रदर्शन को लेकर कहा कि आईपीएल के अधिकांस मैच में मेरी भूमिका बदल जाती होगी, क्योंकि काफी टीम अपने टीम में हमेशा बदलाव करता रहता है। वहीं ऑस्ट्रेलिया में अधिकांस मैच एक समान जैसे होती है। जिसके बाद सभी की भूमिका एक दूसरे को पता रहता है, जिसके वजह से परफॉर्मेंस करने में कोई दिक्कत नही होता।
आईपीएल में होता है हमेशा बदलाव
मैक्सवेल अपने टीम में 5वें नम्बर पर बल्लेबाजी करने आते हैं। उन्होंने कहा कि मेरा भूमिका शिर्ष चार बल्लेबाज का समर्थन करना होता है। और जब साल में सिर्फ दो माह के लिए एक साथ हो तो काफी कुछ बदलाव होता है। जिसके बाद आप चाहेगा कि टीम में सही संतुलन बनाये रखें। जब टूर्नामेंट स्टार्ट होता है अपनी टीम चुनते है तो शायद आगे बढ़ने पर लगेगा की टीम उतनी संतुलित नही है।
मैक्सवेल ने कहा कि आईपीएल में मेरा अनुभव कम रहा है। और लोगो के मुताबिक कम प्रदर्शन किये, लेकिन मैने प्रयास में कोई कमी नही की मैन भी उतना ही प्रयास किया जितना एक प्लेयर अपनी टीम के लिए करता है। मैक्सवेल ने 2014 में 552 रन बना कर किंग्स इलेवन पंजाब को फाइनल में लेजाने के लिये अहम भूमिका निभाई थी।