हाल ही में हर्षद मेहता की जिंदगी पर आधारित वेब सीरीज ‘स्कैम 1992’ रिलीज हुई है. इस सीरीज की खूब चर्चा हो रही है. बता दें कि यह सीरीज हर्षद मेहता द्वारा किए गए भारतीय शेयर बाजार घोटाले के बारे में हैं इसमें एक्टर प्रतीक गांधी, सतीश कौशीक. रजत कपूर और श्रेया धनवंतरी ने बेहतरीन काम किया है.
के माधवन की भूमिका में नजर आए रजत कपूर
रजत कपूर ने सीबीआई के ज्वाइंट सेक्रेटरी रहे के माधवन की भूमिका निभाई है. उनकी कलाकारी को भी लोगों ने खूब पसंद किया है. हालांकि, इसके बाद लोगों ने के माधवन के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश शुरू कर दी.केरल के त्रिसूर के रहने वाले के माधवन ने सीबीआई के साथ काम किया और उन्होंने कई हाई-प्रोफाइल केस की जांच की. आपकों बता दें कि साल 1984 में हुए भोपाल गैस त्रासदी की भी जांच में माधवन शामिल थे. इस केस में भी साल 2010 में यूनियन कार्बाइड के 8 अफसरों को दोषी करार दिया गया. इसकी जांच में भी के माधवन की भूमिका को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है.
माधवन के हाथ आई थी बोफोर्स केस की फाइल
साल 1980 में हुए चर्चित बोफोर्स केस की भी जांच की जिम्मेदारी के माधवन को दी गई थी. इस केस में कई बड़ी हस्तियों का जिक्र आया था और राजीव गांधी की सरकार तक इसमें गिर गई थी. बोफोर्स केस में स्विस बैंक एकाउंट का जिक्र आया था, उसकी जांच में भी माधवन की बड़ी भूमिका थी. एक इंटरव्यू में वह कहते हैं, बोफोर्स केस की 80% जांच मैंने की थी. मेरे नेतृत्व में ही सीबीआई की टीम ने स्विस एकाउंट को क्रैक किया था. इसके बाद उन्हें 1992 केस की जांच की भी जिम्मेदारी मिली थी.
लिया प्रीमेच्योर रिटायरमेंट
1992 केस में पॉलिटिकल इंटरफिरेंस को देखते हुए उन्होंने 1 नवबर 1992 को प्रीमेच्योर रिटायरमेंट ले लिया था. सीबीआई छोड़ने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टीस शुरू कर दी. उनकी क्षमता को देखते हुए बीसीसीआई ने मैच फिक्सिंग स्कैंडल की जांच के लिए बैठाई गई इन्कव्यारी कमेटी की जिम्मेदारी उन्हें दे दी. 2020 के जनवरी माह में ही उनकी मृत्यू हो गई.