Ashutosh Sharma: आईपीएल 2025 के रोमांचक मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने लखनऊ सुपर जायंट्स को 1 विकेट से हरा दिया हैं। दिल्ली ने 209 रन का पहाड़ जैसा लक्ष्य 9 विकेट खोकर हासिल कर लिया है। इस मैच के हीरो रहे आशुतोष शर्मा ने शानदार पारी खेल दिल्ली को हारी हुई बाजी जितवा दी। मैच जीतने के बाद आशुतोष शर्मा (Ashutosh Sharma) को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया है। जिसके बाद उन्होंने अपना यह अवॉर्ड एक दिग्गज को समर्पित किया है।
प्लेयर ऑफ द मैच बने Ashutosh Sharma
दिल्ली को अपनी तूफानी बल्लेबाजी से मैच जिताने वाले आशुतोष शर्मा (Ashutosh Sharma) को प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया है। एक समय कर दिल्ली को आधी टीम 65 पर पवेलियन लौट गई थी। जिसके बाद जहां हर कोई लखनऊ की जीत की उम्मीद कर रहे थे वहां पर मैच में इम्पैक्ट प्लेयर आकर आशुतोष शर्मा ने बल्ले से मैच का रुख ही पलट डाला और दिल्ली को एक रोमांचक मैच जिताने में अहम भूमिका निभाई। इस मैच में आशुतोष शर्मा ने 31 गेंदों पर 212.90 की स्ट्राइक रेट से तूफानी 66 रन बनाए थे, जिसमें उन्होंने 5 चौके और इतनी ही बार गेंद को दर्शक दीर्घा में पहुंचाया था। आशुतोष की खास बात यह रही कि वह अंत तक मैदान पर नाबाद रहे और मैच जिताकर ही वापस लौटे।
यह भी पढ़ें: “आदत बना लो…” “पहली जीत ने चढ़ाया अक्षर पटेल को घमंड! आशुतोष को दरकिनार, कप्तानी का किया बखान
इस दिग्गज को समर्पित किया अवॉर्ड
प्लेयर ऑफ द मैच बनने के बाद आशुतोष (Ashutosh Sharma) ने अपना यह अवॉर्ड दिग्गज खिलाड़ी शिखर धवन को समर्पित किया। मैच जीतने के बाद उन्होंने कहा कि “मैंने पिछले साल (पंजाब किंग्स) में सीखा है, क्योंकि कुछ ऐसे खेल थे जहां पर मैं खेल को फिनिश नहीं कर पाया था, इसलिए मैं घरेलू क्रिकेट में भी खेल को खत्म करने पर फोकस कर रहा हूं। मुझे खुद पर बहुत भरोसा है कि अगर मैं आखिरी ओवर और आखिरी गेंद तक खेलता हूं, तो कुछ भी हो सकता है। क्योंकि आपको बस शांत रहना है, और विश्वास करना है, और सोचना है कि आप कौन से शॉट खेल सकते हैं, जिनका आपने अभ्यास किया है, इसलिए मैंने आज यही किया।
आगे आशुतोष ने कहा कि सबसे पहले मैं यह कहना चाहता हूँ कि विपराज निगम ने बहुत अच्छा खेला। यह एक अच्छी पारी थी। मैंने उससे कहा कि अगर वह अपने शॉट्स खेल पा रहा है तो, उसे हिट करते रहना चाहिए। और मैं बस शांत रहा और खुद पर बहुत ज्यादा दबाव नहीं डाला। मैं बस इस मैन ऑफ द मैच खिताब अपने गुरु शिखर (धवन) पाजी को समर्पित करना चाहता हूं”