ICC: वनडे क्रिकेट (ODI Cricket) में लंबे समय से बल्लेबाजों का बोलबाला रहा है। बड़े-बड़े स्कोर, हर ओवर में चौके-छक्के और गेंदबाजों की पिटाई अब आम बात हो गई है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) अब गेंदबाजों को राहत देने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है। खबर है कि वनडे क्रिकेट (ODI Cricket) में दो नई गेंदों के नियम को बदला जा सकता है, जिससे गेंदबाजों को फिर से रिवर्स स्विंग करने का मौका मिलेगा।
ICC वनडे क्रिकेट में बदल सकता है ये बड़ा नियम
रिपोर्ट के मुताबिक, जिम्बाब्वे में चल रही आईसीसी (ICC) की बैठकों में इस नियम पर चर्चा की जा रही है। फिलहाल वनडे में दोनों सिरों से एक-एक नई गेंद से पारी की शुरुआत होती है और हर गेंद सिर्फ 25 ओवर तक ही खेली जाती है।
इस कारण गेंद ज्यादा पुरानी नहीं हो पाती और रिवर्स स्विंग जैसी कला लगभग खत्म हो गई है। अब आईसीसी (ICC) का प्रस्ताव है कि 25 ओवर के बाद एक नई गेंद के बजाय एक पुरानी गेंद को ही आगे जारी रखा जाए, जिससे गेंद खराब हो और डेथ ओवर्स में रिवर्स स्विंग संभव हो सके।
सचिन तेंदुलकर और ब्रेट ली भी कर चुके हैं विरोध
आईसीसी (ICC) के इस नियम को लेकर पहले भी सचिन और ब्रेट ली सहित कई दिग्गज अपनी नाराजगी जता चुके हैं। सचिन तेंदुलकर ने दो नई गेंदों के नियम को वनडे क्रिकेट के लिए ‘आपदा का नुस्खा’ बताया था।
सचिन का कहना था कि दो नई गेंदों की वजह से गेंद रिवर्स स्विंग नहीं हो पाती, जो मैच के आखिरी ओवरों में गेंदबाजों का सबसे बड़ा हथियार होती है। पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भी आईसीसी (ICC) के इस नियम के विरोध में तेंदुलकर का समर्थन किया था।
सफेद गेंद की उम्र बनी समस्या
अतीत में सफेद गेंद 35वें ओवर तक अपना रंग और चमक खो बैठती थी, जिससे रिवर्स स्विंग होना आम बात थी। लेकिन दो नई गेंदों के आने के बाद ये खूबी लगभग खत्म हो गई। ICC अब फिर से ऐसी व्यवस्था लाने जा रही है, जिससे गेंदबाजों को मदद मिले और गेंद का एक ओर खराब होना संभव हो।
वनडे के साथ-साथ टेस्ट क्रिकेट में भी बदलाव की तैयारी है। ICC टेस्ट मैचों में इन-गेम क्लॉक लाने पर विचार कर रहा है। इसमें ओवरों के बीच 60 सेकंड की सीमा होगी, जिससे धीमे ओवर रेट पर लगाम लगेगी और हर दिन 90 ओवर फेंके जाने का लक्ष्य पूरा हो सके।
इसके अलावा पुरुष अंडर-19 वर्ल्ड कप को भी टी20 फॉर्मेट में बदलने पर विचार हो रहा है। महिला अंडर-19 वर्ल्ड कप पहले ही इसी फॉर्मेट में सफलतापूर्वक दो बार खेला जा चुका है। अगर ये बदलाव हुआ, तो ये 2028 के प्रसारण चक्र से लागू हो सकता है।
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