BCCI : बीसीसीआई (BCCI) जिस प्रतिभाशाली 29 वर्षीय क्रिकेटर की अनदेखी कर रही थी, उसी ने एक बार फिर अपनी क्षमता दिखाते हुए धमाकेदार शतक जड़कर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खिंचा है। उनकी इस दमदार पारी ने न केवल उनके कौशल का प्रदर्शन किया, बल्कि आलोचकों को भी करारा जवाब दिया। फैंस ने उनकी इस पारी की सराहना करते हुए इसे चयनकर्ताओं को करारा जवाब बताया है।
BCCI ने किया नजरअंदाज, अब शतक से दिया जवाब
लगातार घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद 29 वर्षीय खिलाड़ी को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा था, हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं, उनका नाम नारायण जगदीशन (Narayan Jagadeeshan) है। अच्छे प्रदर्शन के बावजूद BCCI उन्हें मौका नहीं दे रहा था।
बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानी और बीसीसीआई (BCCI) सीओई ग्राउंड 1 पर नॉर्थ जोन के खिलाफ दलीप ट्रॉफी सेमीफाइनल के पहले दिन शानदार शतक लगाकर साउथ जोन को मजबूत स्थिति में पहुँचाया।
जगदीशन 260 गेंदों पर 148 रन बनाकर नाबाद रहे, उन्होंने 13 चौकों और दो छक्कों की मदद से साउथ जोन की पारी को संभाला और विरोधी गेंदबाजों को परेशान किया। स्टंप्स तक, साउथ जोन ने 81 ओवर में 297/3 रन बना लिए थे, और दिन पूरी तरह से जगदीशन के नाम रहा।
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जगदीशन ने मज़बूत साझेदारियां कर टीम को संभाला
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए साउथ जोन ने जगदीशन और सलामी बल्लेबाज तन्मय अग्रवाल (43) के साथ मिलकर 103 रनों की साझेदारी करके सधी हुई शुरुआत की। अंशुल कंबोज की गेंद पर 9 रन पर आउट होने से बचे जगदीशन ने जीवनदान का फ़ायदा उठाया।
देवदत्त पडिक्कल के साथ साझेदारी करते हुए उन्होंने दूसरे विकेट के लिए 128 रन जोड़े। पडिक्कल ने आक्रामकता और संयम का मिश्रण करते हुए 57 रनों की तेज़ पारी खेली, लेकिन चाय से ठीक पहले कंबोज का शिकार हो गए।
जगदीशन की बदौलत साउथ जोन ने पकड़ मज़बूत की
पडिक्कल और उसके बाद मोहित काले (जो सिंधु द्वारा एलबीडब्ल्यू आउट हुए) के आउट होने के बाद भी जगदीशन ने स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया। कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने अंत में जगदीशन का साथ दिया और सतर्कता से खेलते हुए दिन का अंत 11 रन बनाकर नाबाद रहे।
जगदीशन अभी भी क्रीज़ पर हैं और साउथ जोन 297/3 के आरामदायक स्कोर पर है, जिससे टीम दूसरे दिन की शुरुआत में बढ़त बनाए हुए है। नॉर्थ जोन के गेंदबाज़ सिंधु (2-59) और कम्बोज (1-47) ने कड़ी मेहनत की, लेकिन अनुशासित बल्लेबाज़ी ने उन्हें रोके रखा।