Indian women’s team : भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian women’s team) ने वनडे मैच में रिकॉर्ड तोड़ 445 रन बनाकर इतिहास रच दिया, जिससे पूरी दुनिया दंग रह गई। इस शानदार बल्लेबाज़ी प्रदर्शन के दौरान मैदान पर चौकों और छक्कों की बारिश हुई।
इस विशाल स्कोर ने महिला क्रिकेट में एक नया मानदंड स्थापित किया है और पिछले सभी वनडे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस प्रदर्शन ने भारत की बल्लेबाज़ी क्षमता को उजागर किया…..
Indian women’s team ने रचा इतिहास
भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian women’s team) की बल्लेबाजों ने मैदान पर जमकर अपने बल्ले से आग उगला और विपक्षी गेंदबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया, लेकिन जरा रूकिये यहां एक ट्विस्ट है।
दरअसल 445 रनों का स्कोर भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian women’s team) ने नहीं बल्कि महिलाओं की एक अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में बना था। यह मैच महाराष्ट्र और मेघालय के बीच खेला गया था, जिसमें महाराष्ट्र ने 50 ओवरों में 5 विकेट खोकर 445 रन बना दिये थे।
यह भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में एक रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन था, जिसमें जूनियर स्तर से उभरती प्रतिभा का प्रदर्शन हुआ। ईश्वरी अवसरे और भाविका अहिरे इस पारी की स्टार रहीं, जिन्होंने दमदार प्रदर्शन करते हुए महाराष्ट्र को इस उल्लेखनीय उपलब्धि तक पहुँचाया।
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मेघालय को मिली 358 रनों से करारी शिकस्त
445 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करना मेघालय के लिए हमेशा से ही एक चुनौतीपूर्ण काम रहा होगा। हालाँकि, इतने बड़े स्कोर के दबाव में उनकी पारी पूरी तरह से बिखर गई। टीम 23 ओवर में सिर्फ़ 87 रनों पर ढेर हो गई और 358 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा।
महाराष्ट्र के गेंदबाज़ों ने मेघालय को लक्ष्य का पीछा करते हुए कभी भी संभलने का मौका नहीं दिया। इस प्रभावशाली ऑलराउंड प्रदर्शन ने मुकाबले में महाराष्ट्र ने गजब का प्रदर्शन किया और भारत की महिला क्रिकेट टीम की बढ़ती हुई प्रतिभा को भी उजागर किया।
भारतीय महिला क्रिकेट में ऐतिहासिक उपलब्धि
इस शानदार जीत के साथ, महाराष्ट्र ने न केवल एक यादगार जीत हासिल की, बल्कि रिकॉर्ड बुक में भी अपना नाम दर्ज करा लिया। 445 रनों का यह स्कोर भारतीय महिला अंडर-19 क्रिकेट इतिहास का अब तक का सर्वोच्च स्कोर है।
महाराष्ट्र की युवा खिलाड़ियों के लिए, इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ाया है, बल्कि घरेलू क्रिकेट में उत्कृष्टता के लिए एक नया मानदंड भी स्थापित किया है। भारतीय महिला क्रिकेट की ये उपलब्धि युवा खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाती है।
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