Team India: भारतीय क्रिकेट टीम में टैलेंट की कोई कमी नहीं है, लेकिन कई बार ऐसे खिलाड़ी नजरअंदाज कर दिए जाते हैं, जिन्होंने ना तो खराब प्रदर्शन किया और ना ही कोई अनुशासनहीनता की, फिर भी उन्हें टीम (Team India) से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
आज हम बात कर रहे हैं ऐसे 3 भारतीय खिलाड़ियों की जिनके साथ नाइंसाफी हुई। ये खिलाड़ी आउट तो कभी नहीं हुए, लेकिन टीम से बाहर कर दिए गए।
Team India के इन 3 खिलाड़ियों के साथ हुई नाइंसाफी
1. राहुल तेवतिया
आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स और गुजरात टाइटंस के लिए मैच जिताऊ प्रदर्शन करने वाले राहुल तेवतिया को लगातार नजरअंदाज किया गया। उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से दम दिखाया, लेकिन जब भारतीय टीम (Team India) में ऑलराउंडर की जरूरत थी, तब भी उन्हें मौका नहीं मिला।
2022 में उन्हें स्क्वॉड में शामिल किया गया था, लेकिन अंतिम-11 में जगह नहीं मिली। इसके बाद वो टीम से बाहर कर दिए गए, जबकि प्रदर्शन उनका लगातार अच्छा रहा।
2. मनीष पांडे
मनीष पांडे भारत (Team India) के पहले टी20 शतकवीर हैं, जिन्होंने 2009 में घरेलू क्रिकेट से चमक बटोरी। जब भी उन्हें मौका मिला, उन्होंने टीम को संभाला, लेकिन उन्हें कभी भी लंबा मौका नहीं दिया गया।
वनडे और टी20 में उनका स्ट्राइक रेट और औसत खराब नहीं था, फिर भी चयनकर्ता उन्हें एक मैच की खराब पारी के बाद ड्रॉप कर देते थे। एक समय ऐसा भी आया जब उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन फिर भी टीम में वापसी नहीं हो सकी।
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3. विजय शंकर
2019 वर्ल्ड कप टीम (Team India) में चयन होने के बाद विजय शंकर ने कुछ अहम पारियां खेली थीं। ऑलराउंडर के रूप में उनकी भूमिका को कप्तान और चयनकर्ताओं ने भी सराहा था।
हालांकि, चोट के चलते वो कुछ समय टीम से बाहर रहे, लेकिन वापसी के बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में फॉर्म में वापसी की। इसके बावजूद उन्हें दोबारा टीम इंडिया में नहीं बुलाया गया, जबकि ऑलराउंडर की भूमिका के लिए कई नए चेहरों को आजमाया गया।
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