आईपीएल 2022: अगले साल होने वाले आईपीएल में दो नई टीमों को शामिल किया गया है। इनमे से एक टीम अहमदबाद जिसको सीवीसी स्पोर्ट्स ने 5625 करोड़ रुपये में खरीदा था। अब उसके खेलने पर असमंजस बन गया है। आज अमदाबाद के भविष्य को लेकर आईपीएल जीसी की मीटिंग है। आज जीसी मीटिंग में अहमदाबाद का भविष्य को लेकर जो भी फैसला किया जायेगा। उसका निर्णय तीन या चार दिन में आ जायेगा। अबतक आईपीएल में कुल 8 टीमें खेलती थी लेकिन दो नई टीमें आ जाने के बाद अब आईपीएल में कुल 10 टीमें खेलेंगी।
आईपीएल में क्यों बैन हो सकती है अहमदाबद की टीम
आईपीएल (IPL) में शामिल होने वाली सीवीसी कैपिटल्स नाम की कंपनी ने अहमदाबाद टीम को 5625 करोड़ रूपये में खरीदाटी है लेकिन ये टीम आईपीएल में शामिल होने से पहले ही सट्टेबाजी को लेकर फसता हुआ दिख रहा है। ये सवाल इसलिये भी उठ रहा है कि अभी तक बीसीसीआई ने अमदाबाद टीम को लेटर ऑफ़ इंटेंट नहीं दिया है। लेटर ऑफ़ इंटेंट इसलिए मत्वपूर्ण है की जब तक आपको लेटर ऑफ़ इंटेंट नहीं मिलेगा तब तक आप आईपीएल में भाग नहीं ले सकते है। लखनऊ के टीम को बीसीसीआई ने लेटर ऑफ़ इंटेंट दे दिया है लेकिन अहमदाबाद को नहीं दिया है।कुल मिलाकर कागजों पर अभी अहमदाबाद फ्रेंचाइजी नाम की कोई कंपनी ही नहीं बनी है। सीवीसी कैपिटल का पैसा जिस इरेलिया नाम की कंपनी में लगा हुआ है। वो कंपनी सट्टेबाजी से जुड़ी कंपनी बताई जा रही है। इसी की जांच के लिए आईपीएल जीसी का गठन किया गया है। जो जांच के बाद अपना फैसला 3 या 4 दिन में दे देगा।
सॉलिसिटर जनरल के पास मामला भेजे जाने के बाद सीवीसी कैपिटल का आया ये बयान
मामले की गंभीरता को देखते हुए बीसीसीआई ने पूरा मामला सॉलिसिटर जनरल,तुषार मेहता को भेजा है जो भारत सरकार से जुड़े मामले में बोर्ड का प्रतिनिधित्व करते है।इसी पर सीवीसी ने भी अपना बयान जारी किया जिसमे उसने बताया
“इस मामले में सीवीसी कैपिटल्स के कुछ अधिकारी मीडिया के सामने ये कह चुके हैं इरेलिया कंपनी का भारत में कोई इंवेस्टमेंट नहीं है. भारत में सट्टेबाजी बैन है और सीवीसी कैपिटल्स का सीधे सट्टेबाजी से कोई लेना-देना नहीं है, ऐसे में समस्या की कोई बात नहीं है”
अब देखने वाली बात ये होगी की आईपीएल जीसी इस पर क्या फैसला लेती है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो आईपीएल 2022 में आपको 10 टीम खेलते हुए दिखेंगी।