Shubman Gill: लीड्स टेस्ट में भारत को मिली करारी हार के बाद अब टीम इंडिया पर दबाव बढ़ गया है। पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में अब भारत 0-1 से पीछे है और अगला मुकाबला 2 जुलाई से एजबेस्टन में खेला जाएगा। इस मैच की अहमियत सिर्फ सीरीज में वापसी के लिए ही नहीं है, बल्कि कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) के भविष्य के लिए भी निर्णायक मानी जा रही है। अगर भारत एजबेस्टन टेस्ट भी हारता है, तो गौतम गंभीर गिल की कप्तानी को लेकर बड़ा फैसला ले सकते हैं।
लीड्स टेस्ट में कप्तानी को लेकर उठे सवाल
लीड्स टेस्ट के दौरान शुभमन गिल (Shubman Gill) की कप्तानी पर कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने उंगलियां उठाईं। खराब फील्ड प्लेसमेंट, कमजोर बॉलिंग रोटेशन और टॉप ऑर्डर में सामंजस्य की कमी ने टीम की रणनीति को कमजोर किया। गिल का रक्षात्मक रवैया कई मौकों पर टीम पर भारी पड़ा और भारत को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
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गंभीर चाहते हैं आक्रामक कप्तान?
गौतम गंभीर हमेशा से आक्रामक सोच और निर्णायक कप्तानी के पक्षधर रहे हैं। उन्होंने IPL में कोलकाता नाइट राइडर्स को चैंपियन बनाकर अपनी सोच का उदाहरण दिया है। ऐसे में अगर गिल एजबेस्टन में भी प्रभावशाली नेतृत्व नहीं दिखा पाए, तो गंभीर कप्तानी में बदलाव को मजबूर हो सकते हैं। उनके पास केएल राहुल या जसप्रीत बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ियों या किसी और युवा चेहरे पर दांव खेलने का विकल्प भी खुला है।
संकट में गिल का करियर
2 जुलाई से शुरू हो रहे एजबेस्टन टेस्ट में शुभमन गिल (Shubman Gill) के पास खुद को साबित करने का शायद आखिरी मौका होगा। अगर टीम जीतती है और वे कप्तानी में सुधार दिखाते हैं, तो वे इस पद पर बने रह सकते हैं। लेकिन हार की स्थिति में गिल की कप्तानी छिनना लगभग तय माना जा रहा है।
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