कानपुर एनकाउंटर मामले में दो जुलाई को हुई घटना के बाद भी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का अबतक पुलिस और एसटीएफ की टीमें सुराग नहीं लगा सकी हैं। वहीं, हत्यारे विकास के नेपाल भागने की आशंका भी जताई जा रही है। जिसको लेकर एसटीएफ की टीम ने नेपाल बार्डर पर डेरा डाल दिया है।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने हत्यारे विकास पर ढाई लाख का इनाम घोषित कर दिया है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने टोल प्लाजा और शहर की सीमाओं पर विकास के पोस्टर लगा दिए हैं। यूपी पुलिस ने राजस्थान औऱ एमपी पुलिस से भी संपर्क साधा है। कुछ टीमें वहां भी पड़ताल में लगी हैं।
उधर, सूबे के आगरा, नोएडा, वाराणसी, मेरठ, लखनऊ समेत अन्य शहरों में पुलिस होटलों और धर्मशाला में भी विकास की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रह है। वहीं, गोरखपुर से नेपाल जाने वाले नवतनवा बार्डर पर पुलिस और एसटीएफ की सतर्कता बढ़ा दी गई है। हर जगह गहन चेकिंग चल रही है।
आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल के मुताबिक शनिवार रात कल्याणपुर में दबोचे गए बदमाश विकास के करीबी दयाशंकर अग्निहोत्री ने खुलासा किया है कि विकास हमले के वख्त घर पर ही मौजूद था। वह पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग कर रहा था।
विकास की तलाश में मंडल स्तर पर 40 टीमों को लगाया गया है। पुलिस मुख्यालय स्तर पर भी 20 टीमें लगी हैं। इसमें एसटीएफ की भी आधा दर्जन टीमें शामिल हैं।
विकास के सर्च ऑपरेशन में लगे 900 पुलिस कर्मी, गैर प्रदेशों में भी दबिश
पूरे सर्च अभियान में करीब 900 पुलिस कर्मी प्रदेश और अन्य प्रदेशों में उसकी तलाश में दबिश दे रहे हैं। पूछे गए एक सवाल पर एडीजी जयनारायण सिंह ने स्पष्ट किया कि अबतक उपलब्ध इनपुट के आधार पर मध्यप्रदेश और राजस्थान पुलिस से भी संपर्क साधा गया है। उसके नेपाल भाग जाने की भी आशंका है।
इस लिए नेपाल बार्डर पर पुलिस और एसटीएफ की सर्तकर्ता बढ़ा दी गई है। हालांकि एडीजी ने विकास की ट्रेवेल हिस्ट्री से जुड़े कई सवालों के जवाब देने से इंकार कर दिया। विकास के पुराने मामलों की भी फाइलें खंगालनी पुलिस ने शुरू कर दी हैं।