नई दिल्ली: कोरोनावायरस के इस वक्त में एग्जाम को लेकर संशय बना हुआ है। देश के कुछ राज्यों की सरकारें एग्जाम करा रहीं हैं। लेकिन देश के कई यूनिवर्सिटी के एग्जाम को लेकर पशोपेश बना हुआ है इसके चलते एग्जाम को लेकर बहस छिड़ गई है। इसी बीच अब दिल्ली सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए केंद्र सरकार से एग्जाम की बड़ी मांग की है।
दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला
दरअसल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों की एग्जाम रद्द कराने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख इस संबंध में गुहार लगाई है। दिल्ली सरकार ने अपनी यूनिवर्सिटीज के एग्जाम भी कैंसिल कर दिए हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी केंद्र के तहत आती है इसलिए उसपर केंद्र सरकार को फैसला लेना है। केजरीवाल ने अपने पत्र में कहा है,
‘कोरोना जैसी अभूतपूर्व आपदा के समय अभूतपूर्ण निर्णय लेने होंगे।’
उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि केंद्र सरकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) अपनी गाइडलाइंस में बदलाव करें।
रद्द किए सारे एग्जाम
इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को ऐलान किया कि सभी स्टेट यूनिवर्सिटीज की लंबित एग्जाम रद्द कर दी गई हैं। इसमें फाइनल ईयर की एग्जाम भी शामिल हैं। उन्होंने कहा,
“इस सेमेस्टर कोई खास पढ़ाई नहीं हो सकी है। इसलिए सरकार का मानना है कि ऐसे में एग्जाम भी नहीं होनी चाहिए। हम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूरी तरह सहमत हैं कि असाधारण परिस्थितियों में हमें असाधारण फैसले लेने की जरूरत होती है।”
कैसे मिलेगी डिग्री
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि बिना एग्जाम छात्रों को डिग्री कैसे मिलेगी उसको लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा,
‘सरकार ने सभी स्टेट यूनिवर्सिटीज से कहा है कि वे पहले हो चुके एग्जाम, सेमेस्टर रिकॉर्ड्स या अन्य उचित तरीकों के आधार पर स्टूडेंट्स का मूल्यांकन करें। बिना एग्जाम के मूल्यांकन कर इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स को अगले सेमेस्टर में प्रमोट करें और फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान करें।’
यही नही छात्रों के भविष्य को लेकर डिप्टी सीएम ने कहा
‘जिस डिग्री के लिए फाइनल ईयर स्टूडेंट्स कई साल से कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्हें वह समय पर मिलनी चाहिए, ताकि वे नौकरियों के लिए अप्लाई कर सकें।’
कांग्रेस भी कर रही है मांग
आपको बता दें कि एग्जाम कराने को लेकर इस वक्त हर नेता बयान दे रहे हैं। छात्र भी कोरोनावायरस के इस वक्त में एग्जाम देने से डर रहे हैं ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एग्जाम न कराने की वकालत की है। कांग्रेस इस मुद्दे पर छात्रों का साथ दे रही है और एग्जाम निरस्त कर छात्रों को पास करने की मांग कर रही है।