देश में हर साल बढ़ते प्रदूषण की वजह से इस बार दिवाली पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने अहम कदम उठाया हैं। उन्होंने प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री के साथ ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से मिलने वाले पटाखों पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। इसके लिए उन्होंने 408 टीमों का गठन किया गया है। जिनका काम पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध को लागू करवाना निश्चित करेंगा।
408 गठीत टीमों में राजस्व विभाग 165 टीमें, दिल्ली पुलिस की 210 टीमें और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) की 33 टीमें होगी। जो लगातार दिल्ली के हर कोने पर कड़ी निगरानी रखेंगी।
गोपाल राय लोगों में फैलाएगें जागरूकता
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के बयान के अनुसार अभी तक 2,917 किलोग्राम पटाखे जब्त किए जा चुके है। साथ ही इस नियम उल्लंघन करने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए 21 अक्टूबर से ‘दीए जलाओ पटाखे नहीं’ अभियान की शुरूआत की जाएगी। जिसके लिए सेंट्रल पार्क और कनॉट प्लेस में 51 हजार दीए जलाए जाएंगे।
पकड़े जाने पर लगेगा बड़ा जुर्माना
पर्यावरण मंत्री ने अपने बयान में आगे कहा कि, जो लोग पटाखों के पूर्ण प्रतिबंध का उल्लंघन करते हुए पकड़े जाएंगे तो उनके खिलाफ एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत 9बी के तहत कार्यवाही की जाएगी। जिसमें 5 हजार रुपए का जुर्माना और 3 साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा जो व्यक्ति पटाखे जलाते हुए कपड़ा जाएगा उसके लिए 200 रुपए का जुर्माना और 6 महीने की सजा निर्धारित की जाएगी।
धुंए की वजह से सांस लेने में होती है परेशानी
पर्यावरण मंत्री ने आगे बताया कि पिछले दिनों केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ हुई मीटिंग में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के बारे में विचार किया गया था। उन्होंने आगे कहा,
“जिस प्रकार दिल्ली में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध के लगाया गया है साथ ही इसके लिए कड़े कदम भी उठाए गए है उसी तरह एनसीआर के राज्यों में पटाखों पर रोक लगानी चाहिए क्योंकि इसकी वजह से दिल्ली की हवा पर असर पड़ता है और दिवाली के अगले दिन सांस लेने और आंखों में जलन जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है।”
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