उत्तरप्रदेश में बदमाश किस तरह बेख़ौफ़ हो गए हैं, उसका अंदाज़ा लखनऊ में सोमवार रात 8 बजे हुई घटना से लगाया जा सकता है. लखनऊ के भीड़भाड़ वाले आलमबाग इलाके में दो बदमाशों ने खुले आम फायरिंग कर दहशत फैला दी.
अजंता अस्पताल के बिलकुल सामने हुई घटना में रेलवे ठेकेदार सुरेंद्र कालिया की एसयूवी पर की गई फायरिंग से भगदड़ मच गई. तो दूसरी ओर पैदल आये बदमाश असलहे लहराते हुए भाग निकले।
हालाँकि हमले में सुरेंद्र बाल-बाल बच गए. जबकि दूसरी गाड़ी में बैठा उनका निजी सुरक्षा कर्मी रूपराम यादव को पेट व पैर में दो गोलियां लगी है, उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है.
इस मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त नवीन अरोड़ा ने बताया कि आलमबाग निवासी सुरेंद्र अजंता अस्पताल में एडमिट हरदोई के रेलवे ठेकेदार जुबेर सिद्दीकी से मिलने आये थे. उनके साथ एटा के सदियापुर निवासी चालक व सुरक्षा कर्मी रूपराम व दो अन्य लोग भी थे.
अस्पताल से निकलकर सुरेंद्र गाड़ी में बैठा ही था कि पैदल आये दो बदमाशों ने सुरेंद्र की गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग की आवाज़ सुनकर रूपराम बाहर निकला तो उसे गोलियां लग गई. बदमाशों ने करीब 15 रॉउंड फायरिंग की थी. यसयूवी पर 12 गोलियों के निशान मिले हैं.
सुरेंद्र का आरोप जेल में बंद बाहुबली पर…
सुरेंद्र ने आलमबाग थाने में तहरीर देकर जौनपुर जेल में बंद पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह पर हमले का आरोप लगाया है. उन्होंने 5 -6 बदमाशों के होने का जिक्र किया है. नवीन अरोरा ने बताया कि हमलावरों की तलाश की जा रही है. घटनास्थल के आस -पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है. घायल की हालत खतरे से बाहर है.
रेलवे में टेंडर का है विवाद ….
इस घटना के पीछे गैंगवार की बात सामने आ रही है. हालाँकि पुलिस इस मामले पर अभी चुप्पी साधे है और गैंगवार की बात की पुष्टि नहीं कर रही है. उधर सुरेंद्र ने आरोप लगाया कि बाहुबली ने तीन साल में पांच बार उसे मारने की धमकी दी है. उसने मुझसे रेलवे की ठकेदारी न करने को कहा है.