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सचिन तेंदुलकर के साथ बैठना पसंद नहीं करते थे एमएस धोनी, देखते ही भाग जाते थे दूर, बताई बड़ी वजह 

Ms Dhoni Did Not Like To Sit With Sachin Tendulkar, He Used To Run Away As Soon As He Saw Him

 MS Dhoni: भारत के दो महानतम क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और एमएस धोनी ने लगभग एक दशक तक ड्रेसिंग रूम को साझा किया है. और अपने खेल के दिनों में क्रिकेट के मैदान पर जो कुछ भी हासिल किया है, उसके लिए दोनों ने प्रशंसा और सम्मान साझा किया है. बांग्लादेश में अपनी पहली सीरीज दिसंबर 2004 के दौरान जब एमएस धोनी (MS Dhoni) पहली बार अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर छाए, तो उन्होंने धोनी को किस तरह देखा, इस पर बात करते हुए सचिन ने कहा कि खेल में धोनी की आवाज ने उन्हें अपनी क्षमता का बना लिया.

सचिन के साथ बैठने से कतराते थे MS Dhoni

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अपने शुरुआती अनुभव को याद करते हुए महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के बारे में बातचीत की. उन्हें वह समय याद आ गया जब उन्होंने पहली बार धोनी को देखा था, क्यों उन्होंने 2007 में कप्तानी के लिए उनके नाम की सिफारिश की थी और मजेदार बात यह थी कि धोनी कैसे मास्टर ब्लास्टर से दूर भागते थे. पहले के दिनों को याद आया कि उन्होंने धोनी को पहली बार 2003-04 में बांग्लादेश दौरे पर देखा था. सचिन ने बताया था कि पहली बार मैंने उन्हें बांग्लादेश में दिखाया था.

सचिन के बगल में कभी नहीं बैठते थे MS Dhoni

एक मैच में उन्होंने अंत में एक या दो शॉट खेला. उनके प्रारूप से जिस तरह की आवाज़ मैंने सुनी, मैंने तुरंत मेरे बगल में बैठे सौरव गांगुली की ओर देखा और कहा, ‘दादा इसके बैट से लेकर कुछ अलग आवाज आ रही है.’ वहीं सचिन (Sachin Tendulkar) ने बताया कि हवाई जहाज में अक्सर धोनी को सचिन के बगल वाली सीट मिलती थी. लेकिन धोनी कभी भी सचिन के पास नहीं बैठते थे. बल्कि एमएस धोनी (MS Dhoni) किसी और से बैठने के लिए कहा था. सचिन ने हंसते हुए कहा सचिन ने कहा, ‘कुछ खिलाड़ियों ने कहा था कि फ्लाइट के दौरान ज्यादातर समय उनकी सीट मेरे बगल में थी, लेकिन उन्होंने इसे किसी और खिलाड़ी के साथ बदल लिया था.’

सचिन ने कप्तानी छोड़ धोनी को बनाया था कप्तान

बाद में हम एक-दूसरे के बगल में बैठ गए. मुझे नहीं पता था कि वह इतना शर्मिला क्यों था. सचिन ने टी-20 से जुड़ी सीमित ओवरों की सीरीज में भारतीय टीम का कप्तान बनने के लिए संपर्क किया. सचिन (Sachin Tendulkar) ने तुरंत इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया. सचिन ने कहा, ‘बीसीसीआई ने 2007 में मुझे कप्तान बनने कि सलाह दी थी, लेकिन मैंने एमएस धोनी (MS Dhoni)  के नाम कि सिफारिश की थी.’ सचिन ने बताया कि उनका दिमाग बहुत स्थिर है, वे शांत हैं, वे सहज हैं, और सही निर्णय लेते हैं.’

पहली नजर में ही धोनी के फैन बन गए थे सचिन

सचिन (Sachin Tendulkar) ने कहा कि, ‘एमएस धोनी (MS Dhoni)  के बारे में मेरा अध्ययन बहुत अच्छा था. उनका दिमाग बहुत स्थिर है और सही निर्णय लेते हैं. टीम इंडिया के सुपरस्टार महेंद्र सिंह धोनी ने टीम इंडिया के बहुत शानदार पारियां खेली और मैच जिताए हैं. वहीं उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप भी जीता है. धोनी के खेल कि हर कोई प्रशंसा करता है. वहीं सचिन (Sachin Tendulkar) के सहयोग से उन्हें यह प्रदर्शन करने का मौका मिला जो तारीफ़ के काबिल हैं.

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