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MS Dhoni के ऊपर टूटा गमों का पहाड़, करीबी दोस्त का अचानक हुआ निधन

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MS Dhoni: दुनिया का चाहे कोई भी शख्स हो, वह बड़ा सेलिब्रिटी हो या फिर आम आदमी लेकिन जब उसके करीबी दोस्त का साथ छूटता है तो उसे उतना ही ज्यादा दुख होता है. इस वक्त देखा जाए तो भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) के एक करीबी दोस्त का निधन हो गया है जिन्होंने काफी कम उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह दिया.

यह धोनी के कोई ऐसे वैसे दोस्त नहीं है बल्कि आज धोनी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में उनके इस दोस्त का बहुत बड़ा योगदान रहा है, जिसकी झलक धोनी के बायोपिक में भी देखने को मिलती है, लेकिन अफसोस की धोनी का अब यह दोस्त इस दुनिया में नहीं है. वह धोनी के ऐसे दोस्त कहे जाते थे जिसके बिना धोनी का जिक्र अधूरा माना जाता था जिनके जाने के बाद धोनी ने एक दोस्त नहीं बल्कि एक भाई खो दिया.

एमएस धोनी के ऊपर टूटा दुखों का पहाड़

हम यहां धोनी के जिस दोस्त की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं संतोष लाल थे, यह वही संतोष लाल है जिसका जिक्र धोनी अपने इंटरव्यू में कई बार कर चुके हैं क्योंकि जिस हेलीकॉप्टर शॉट से धोनी आज पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है, इसका आविष्कार असल में संतोष ने हीं किया था, लेकिन संतोष इसे हेलिकॉप्टर शॉट नहीं बल्कि ‘थप्पड़ शॉट’ कहकर बुलाते थे.

जब धोनी (MS Dhoni) मैदान पर संतोष के साथ खेला करते थे तो वह उनके अंदाज से काफी ज्यादा प्रभावित थे, क्योंकि जिस यॉर्कर गेंद को दूसरे बैट्समैन सेफ खेलते थे, संतोष उस पर भी छक्का लगाने की काबिलियत रखते थे. इसकी एक झलक आपने धोनी के बायोपिक में भी देखा होगा कि किस तरह संतोष ने धोनी को वह शार्ट सिखाया और उसके बदले में समोसे खिलाने की मांग की थी.

करीबी दोस्त का अचानक हुआ निधन

मात्र 29 साल की उम्र में संतोष का निधन हो गया जिन्हें रांची से दिल्ली के लिए एयर लिफ्ट किया गया लेकिन अफसोस की बात यह थी कि खराब मौसम के चलते चाँपर को वाराणसी में उतरना पड़ा, तब तक काफी ज्यादा देर हो चुकी थी. कहा जाता है कि महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की तरह ही उनके दोस्त संतोष एक जबरदस्त हिटर थे जो बल्ले को हाथ में लेकर रनों की बरसात करना जानते थे लेकिन एक तरफ आज धोनी इंटरनेशनल स्टार बन गए, वहीं संतोष महज धोनी के एक दोस्त के रूप में जाने जाते हैं.

परिवार के कारण छोड़ दिया क्रिकेट

दरअसल अपने परिवार का इकलौता शख्स होने के कारण रोजी-रोटी के चक्कर में उन्होंने अपने परिवार से बगावत नहीं की और क्रिकेट की दुनिया को अलविदा कहना सही समझा. यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि धोनी (MS Dhoni) के साथ संतोष ने रेलवे विभाग में नौकरी भी की थी और धोनी के क्रिकेटर बनने के बाद भी उन्होंने संतोष के साथ अपनी दोस्ती नहीं छोड़ी. हालांकि जब संतोष का निधन हुआ तब धोनी अपने दोस्त से नहीं मिल पाए क्योंकि वह देश से बाहर सीरीज खेल रहे थे.

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