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टैक्सी ड्राइवर के बेटे का टीम इंडिया में हुआ सेलेक्शन, बूढ़ी मां की आंखों से छलके आंसू, तो मुकेश कुमार भी हुए इमोशनल

Mukesh Kumar Got Emotional After Being Selected In Team India
Mukesh Kumar got emotional after being selected in Team India

बीसीसीआई ने शुक्रवार 23 जून 2023 को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज तथा तीन मैचों की ओडीआई सीरीज के लिए भारतीय टीम (Team India) का ऐलान कर दिया है। इन दोनों ही सीरीज में बिहार के लाल तेज गेंदबाज मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) को चुना गया है, इस खबर से उनकी माँ के आँखों से आँसू भी बहे थे। हालाँकि, उनका यहां तक का सफर बहुत ही कठिनाई भरा रहा है। इस आर्टिकल में हम उनकी क्रिकेट के प्रीति लगन और क्रिकेट के लिए किए गए समर्पण के बारे में बताने वाले हैं। असल में मुकेश कुमार के पिता टैक्सी ड्राइवर भी रह चुके हैं और यह तेज गेंदबाज कुपोषण से भी पीड़ित रह चुका है।

मुकेश कुमार का क्रिकेट सफर

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तेज गेंदबाज मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) का जन्म बिहार के गोपालगंज में हुआ, जिसके बाद वे पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकता चले गए। उनके पिता एक टैक्सी ड्राइवर थे। मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) के पिता काशीनाथ सिंह शुरू से ही उनके क्रिकेट खेलने के खिलाफ थे और वे हमेशा से यही चाहते थे कि मुकेश कुमार सीआरपीएफ से जुड़े और अपना करियर बनाए।

मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) पर दुखों का पहाड़ तब टूट पड़ा, जब वर्ष 2019 में उनके पिता का निधन भी हो गया था। बता दें कि मुकेश कुमार दो बार सीआरपीएफ की परीक्षा में फैल भी हुए और उसके बाद बिहार की अंडर-19 टीम का प्रतिनिधित्व करने के बाद उनका क्रिकेट करियर भी अचानक से रुक गया। उन्होंने उसके बाद बंगाल में ‘खेप’ क्रिकेट खेलने का निर्णय लिया। वह टेनिस बॉल क्रिकेट में गैर मान्यता प्राप्त क्लबों की कप्तानी करते, जिसमें उन्हें हर मैच में 500 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक भी मिलते थे।

कुपोषण से जूझ चुके हैं मुकेश कुमार

गौरतलब है कि मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) कुपोषण से भी जूझ चुके हैं। एक समय ऐसा था जब मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) कुपोषण से जूझ रहे थे और उन्हें ‘बोन एडीमा’ भी था, जिसमें उनके घुटने में अक्सर काफी ज्यादा पानी इकट्ठा हो जाता था, जिससे वह क्रिकेट नहीं खेल पाते थे। मगर, बंगाल के पूर्व तेज गेंदबाज राणादेब बोस ने मुकेश कुमार की जिंदगी बदल दी। बंगाल क्रिकेट संघ के ‘विजन 2020’ कार्यक्रम में राणादेब बोस ने मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) की प्रतिभा देखी।

उस दौरान भी मुकेश कुमार पहले ट्रायल्स में फेल हो गए थे, मगर राणादेब बोस ने तब के कैब सचिव सौरव गांगुली को उनके लिए मनाया। इसके बाद संघ ने मुकेश कुमार के खाने पीने का पूरा ध्यान रखा गया और उनका फिर से एमआरआई करवाया और उनके मेडिकल खर्चे का भी इंतजाम किया। मुकेश कुमार ने 2015-16 में हरियाणा के विरुद्ध बंगाल के लिए डेब्यू किया था और लगातार घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया और अब भारतीय टीम में भी उनका चयन हो गया है।

 

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