महंगाई की मार ने आम आदमी की थाली को बेस्वाद कर दिया था, लेकिन अब राहत की स्वाद लौटती नजर आ रही है। तेल की कीत में 20 से 40 रुपए तक गिरावट आई है। जबकि दाल और प्याज की कीमत भी कम हुई है। पिछले कुछ महीनों में आम आदमी पर पेट्रोल और डीजल एवं रसोई गैस के साथ कई सामानों में चौतरफा महंगाई की मार पड़ी है।
कुछ समय पहले तक खाद्य तेल, दाल और प्याज की कीमत आंसू निकालने का काम कर थी। अब खाद्य तेलों में 20 से 40 रुपए की गिरावट हुई है। इसी के साथ दालों की कीमत में भी 25 से 45 रुपए की कमी आई है। ऐसे समय में किसी सामान की कीमत के कम होने की कल्पना नहीं की जा सकती है लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे खाद्य तेल की कीमत कम होने के साथ एक्साइज ड्यूटी में भी कुछ कमी होने से खाद्य तेलों में राहत मिली है।
जानिए कौन सा तेल हुआ कितना सस्ता
इस समय प्रदेश के बाजार में सभी तरह के खाद्य तेलों में कमी आ गई है। सबसे ज्यादा बिकने वाला सोया तेल एक माह पहले ही फूटकर में 160 रुपए तक पहुंच गया था। अब इसकी कीमत 20 रुपए तक कम हो गई है। थोक में जहां सोया तेल 129 रुपए हो गया है। वहीं फूटकर में में यह 140 रुपए तक बिक रहा है।
सोया में ऊंचे क्वालिटी का तेल थोक में 132 से 138 रुपए मिल रहा है। जबकि फूटकर में इसकी कीमत 150 रुपए है। सबसे सस्ता राइसब्रान तेल भी थोक में 150 रुपए तक चला गया था। अब यह 40 रुपए कम होकर 110 में मिल रहा है।
सनफ्लाॅवर में भी 30 रुपए की कमी आई है। यह थोक में 180 तक चला गया था। अब 150 रुपए में मिल रहा है। सरसों तेल थोक में 190 और फूटकर में दो सौ रुपए पार हो गया था। अब यह थोक में 160 रुपए तक आ गया है। फूटकर में यह 170 रुपए में बिक रहा है। फल्ली तेल 190 रुपए हो गया था। जो अब 155 रुपए पर आ गया है।
20 फीसदी सस्ता हुआ कच्चा तेल
तेल के थोक कारोबारी प्रेम पाहुजा के मुताबिक विदेश से आने वाला कच्चा खाद्य तेल कुछ समय पहले तक 74 सौ डालर मीट्रिक टन मिल रहा था, वह इस समय 58 से 60 सौ डॉलर में मिल रहा है। इसके आने वाले समय में 55 सौ डॉलर तक जाने की संभावना है। कच्चा तेल करीब 20 फीसदी सस्ता हुआ है। इसी के साथ केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी को भी समय-समय पर कम कर रही है जिसके कारण खाद्य तेलों की कीमत में राहत मिल रही है।