प्याज का थोक दाम पिछले साल के मुकाबले लगभग दोगुना हो गया है. हरियाणा से लेकर दिल्ली तक प्याज रिटेल में 40 रुपये 45 रुपये प्रति किलो बिक रहा है तो थोक में यह 25 रुपये तक पहुंच गया है. जबकि पूर्वांचल के गांवों में किसानों से व्यापारी 2800 रुपये प्रति क्विंटल तक के थोक दाम पर खरीद रहे हैं. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि जब थोक में इतना दाम होगा तो रिटेल में 45 रुपये तक दाम होना स्वाभाविक है.
महाराष्ट्र की नासिक मंडी में पिछले साल 25 जून को प्याज का दाम (Onion Price) 400 से 1000 रुपये रुपये प्रति क्विंटल था. जबकि इस साल यह 1700 से 2500 रुपये के थोक रेट पर बिक रहा है. हरियाणा की मंडियों में पिछले साल इस सीजन में प्याज का दाम 400 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल था. लेकिन इस साल 2500 रुपये तक का रेट है.
इस वजह से बढ़ रहे हैं दाम
पिछले 15 दिन में प्याज की कीमत तेजी से बढ़ी है. पहले बेमौसम बारिश से प्याज खेतों में ही खराब हुआ और अब नमी और उमस के कारण यह सड़ रहा है. माना जा रहा है कि प्याज की कीमत अभी और बढ़ेगी. कुछ व्यापारियों का कहना है कि नासिक से आने वाले प्याज में भी बहुत खराब निकल रहा है. इसका सीधा असर दाम पर देखने को मिल रहा है.
किसानों की है ये मांग
कुछ लोगों को प्याज का 25 रुपये प्रति किलो का थोक भाव ज्यादा लग रहा है लेकिन किसान इससे भी अधिक रेट चाहते हैं. महाराष्ट्र कांदा उत्पादक संगठन के संस्थापक अध्यक्ष भारत दिघोले का कहना है कि किसानों (Farmers) को प्याज का रेट जब तक 30 रुपये किलो नहीं मिलेगा, उन्हें कोई फायदा नहीं होगा.