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KBC 12: हफ्तों रही भूखी, चाय के ठेले पर धुला बर्तन, आज 3 लाख महिलाओं को दे रही रोजगार

Kbc 12: हफ्तों रही भूखी, चाय के ठेले पर धुला बर्तन, आज 3 लाख महिलाओं को दे रही रोजगार

इस समय अमिताभ बच्चन होस्टेड शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ का 12 वां सीजन चल रहा है। इस सीजन के 20 वे एपिसोड में शुक्रवार को कर्मवीर स्पेशल एपिसोड में बार छत्तीसगढ़ की फूलबासन यादव पहुंची। उनका साथ देने के लिए एक्ट्रेस रेणुका शहाणे शो में मौजूद रही। फूलबासन को पद्मश्री से नवाजा जा चुका है। फूलबासन मूलरूप से आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओं के लिए काम करती हैं। उन्होंने अब तक छत्तीसगढ़ में अपने काम से लाखों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है। इस एपिसोड में उन्होंने केबीसी में 50 लाख रुपए जीते।

चाय के ठेले पर कप धोने का करती थी काम

बचपन में फूलबासन अपने माता-पिता के साथ चाय के ठेले पर कप धोने का काम करती थीं। सिर्फ़ एक टाइम ही घर में भोजन की व्यवस्था होती थी। यही नहीं कभी -कभी तो हफ्तों खाना नहीं मिलता था और एक कपड़े में ही महीने निकल जाते थे। महज 12 साल की उम्र में उनकी शादी हो गई थी। फिर कुछ साल में ही उनके चार बच्चे हो गए। आर्थिक स्थिति तो नहीं सुधरी और वह बच्चों के साथ भूखे रहती थी।

हार न मानते हुए उन्होंने गरीबी, कुपोषण और बाल-विवाह के खिलाफ़ संघर्ष किया। फिर उन्होंने 10 महिलाओं का एक ग्रुप बनाया और 2 मुट्ठी चावल और हर हफ्ते 2 रुपये जमा करने की योजना बनाई। फिलहाल उनकी ये मुहिम उनके पति को पसंद नहीं आई। साथ ही समाज के लोग भी यही कहने लगे कि वह पागल हो गई हैं और परंपरा के खिलाफ काम कर रही हैं। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी।

3 लाख महिलाओं को मिला रोजगार

फिर उन्होंने अपनी टीम की मदद से बम्लेश्वरी ब्रांड से आम और नींबू के अचार तैयार किए और छत्तीसगढ़ के स्कूलों में बेचा और साथ ही अगरबत्ती, वाशिंग पाउडर, मोमबत्ती और बड़ी पापड़ भी बनाने लगीं। यही नहीं इससे 3 लाख महिलाओं को रोजगार मिला। वह समाजिक कार्य जैसे वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान, सोख्ता गड्ढा का निर्माण, सिलाई-कढ़ाई सेंटर, बाल भोज, रक्तदान, सूदखोरों के खिलाफ अभियान, शराब के खिलाफ अभियान, बाल विवाह, दहेज प्रथा के खिलाफ भी आंदोलन चलाया।

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