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सिंघु बॉर्डर पर तनावपूर्ण स्थिति के बीच पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले

सिंघु बॉर्डर

दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिसंक झड़प हुई है। जिसमें पथराव भी हुआ है। इसकी वजह से तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।

दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर जहां किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है, वहां बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के पहुंचने के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। जिसे काबू में करने के लिए यहां पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं। पुलिसकर्मियों ने किसानों से कहा है कि उन्हें धरना प्रदर्शन की जगह खाली करनी होगी। वहीं दूसरी तरफ प्रदर्शन कारी किसानों का कहना है कि वो ये जगह छोड़ जाना नहीं चाहते और उसी जगह पर प्रदर्शन जारी रखेंगे।

कैसा हुआ सिंघु बॉर्डर का धरना प्रदर्शन तनावपूर्ण?

सिंघु बॉर्डर पर किसान प्रदर्शनकारियों और कथित स्थानीय लोगों के बीच पत्थरबाज़ी भी हुई है। लेकिन पत्थरबाज़ी से पहले स्थानीय लोगों ने किसानों का विरोध किया और किसान प्रदर्शनकारियों को हटाने की मांग की थी।

इसी सब के बीच दोनों तरफ के प्रदर्शनकारियों के बीच पत्थरबाजी हुई। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया और लाठीचार्च का भी सहारा लेना पड़ा।

पुलिसवाले ने सुरक्षा के मद्देनज़र मीडिया को पीछे हटने के लिए कहा। जबकि दूसरी तरफ धरने पर बैठे प्रदर्शनकारी सतनाम वाहेगुरू जपते रहे।

टिकरी बॉर्डर पर कैसा है माहौल

वही दूसरी तरफ़ दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर बहुत बड़ी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है और स्थिति में काफ़ी ज्यादा तनाव का माहौल दिख रहा है।

टिकरी बॉर्डर कुछ स्थानीय लोग तिरंगा झंडा लेकर जमा हुए हैं और भारत माता की जय का नारा लगा रहें हैं। यह स्थानीय लोग टिकरी बॉर्डर को खाली कराने को लेकर नारा लगा रहे हैं। किसान को धरना प्रदर्शन की जगह खाली करने के लिए कह रहे हैं।

स्थानीय लोग किसानों मांग कर रहे हैं कि रास्ता खाली किया जाए। उनका कहना है हम तिरंगे के अपमान के खिलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं, अगर किसानों ये बॉर्डर खाली नही किया तो तब बहुत बड़ा प्रदर्शन करेंगे।

प्रदर्शनकारियों का पुलिस पर क्या आरोप है

दूसरी तरफ किसान प्रदर्शनकारी आरोप लगा रहें हैं पुलिस ने स्थिनीयों लोगों को पत्थरबाजी कर दी है। स्थिनीय लोगों को किसान प्रदर्शनकारी बीजेपी लोग बता रहें हैं। किसानों का कहना है कि स्थिनीय लोगों के पत्थरबाजी की बजह से हमारे कई आदमियों को चोटें आई हैं। इसके बाद पुलिस ने इन लोगों को हटा कर आंसू गैस के गोले छोड़े हैं।

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