Ranji Trophy: काफी लंबे समय से रणजी ट्रॉफी में खिलाड़ियों का ताबड़तोड़ प्रदर्शन नजर आ रहा है. सभी खिलाड़ी ये भली-भांति जानते हैं कि अगर वह घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करेंगे तो इससे उनकी नेशनल टीम में जगह पक्की हो जाएगी और कई बार ऐसा होता भी है.
आज हम ऐसे ही एक खिलाड़ी की बात करने जा रहे हैं, जिसने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में अपने बल्ले से जमकर कहर मचाया है और तिहरे शतक से गेंदबाजों की हवा टाइट कर दी है. हैदराबाद की तरफ से श्रीधर नाम के एक बल्लेबाज ने अपने बल्ले से गेंदबाज पर जिस तरह कहर ढाया कि गेंदबाज समझ ही नहीं पा रहे थे कि आखिर किस तरह से गेंदबाजी करें.
Ranji Trophy: खेली 366 रन की ऐतिहासिक पारी
1994 में रणजी ट्रॉफी में आंध्र प्रदेश और हैदराबाद के बीच हुए मुकाबले में हैदराबाद की तरफ से पहली इनिंग में बल्लेबाजी करते हुए मतुरी श्रीधर नाम के एक बल्लेबाज ने गेंदबाजों को आडे़ हाथ लिया और 523 गेंद का सामना करते हुए 366 रन की ऐतिहासिक पारी खेली. श्रीधर ने अपनी इनिंग के दौरान 37 चौके और पांच छक्के लगाने का काम किया.
जिन्होंने 69.98 के स्ट्राइक रेट से गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी अपनी टीम के लिए नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने जो स्कोर खड़ा किया, उससे उनकी टीम को मजबूती मिली. इस वजह से आगे आने वाले बल्लेबाजों को एक बेहतरीन मोमेंटम प्रदान हुआ, जिन्होंने शानदार तरीके से आकर बल्लेबाजी की और खुलकर खेला. यही वजह है कि इस रोचक मुकाबले में दोनों टीमों के बीच कडी़ टक्कर देखने को मिली और एक से बढ़कर एक बेहतरीन शॉट दिखे.
ड्रॉ पर खत्म हुआ मुकाबला
इस मुकाबले की अगर बात करें तो रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में आंध्र प्रदेश की टीम ने टॉस जीतकर पर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया और पहले इनिंग में 263 और 180 रन बनाने का काम किया, जिसके जवाब में हैदराबाद की टीम ने 944 रन बनाकर इस मुकाबले को ड्रॉ पर खत्म किया.
देखा जाए तो यह मुकाबला बेहद ही करीबी हो गया था जहां दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों ने एक से बढ़कर एक तूफानी पारी खेली. इस रोचक मुकाबले में दर्शकों का भरपूर मनोरंजन हुआ जहां बल्लेबाजी के साथ-साथ बेहतरीन गेंदबाजी भी देखने को मिली.