Posted inक्रिकेट

RCB की खुशियों पर लगा ग्रहण! छाती पर गेंद लगने से युवा खिलाड़ी की मौत, अस्पताल पहुँचाने के बावजूद नहीं बच सकी जान

Cricketer Demise

Cricketer Demise: कल आईपीएल का फाइनल खेला गया था। जहां पर बेंगलुरु टीम ने 18 साल में पहली बार ट्रॉफी जीती थी। इस जीत से ना सिर्फ खिलाड़ी, बल्कि पूरा देश ख़ुशी से झूम उठा था। ऐसे में जहां टीम एक तरफ ख़ुशी मना रही थी, तो वहीं किसे पता था कि अगले ही दिन उन्हें मातम मनाना पड़ेगा। जीत के तुरंत बाद पता चला है कि एक क्रिकेटर की अचानक मौत (Cricketer Demise) हो गई है। इससे सभी खिलाड़ी काफी मायूस हैं।

12 वर्षीय नन्हे क्रिकेटर की मैदान में हुई मौत

दरअसल हम बात कर रहे हैं यूपी के फिरोजाबाद की। जहां क्रिकेट खेलते समय सीने में गेंद लगने से 12 वर्षीय बालक की मौत हो गई। बालक एकेडमी की टीमों के बीच खेले जा रहे फाइनल मैच में बल्लेबाजी कर रहा था। इस दौरान गेंद उसके सीने में जा लगी। गेंद लगने के बाद बालक जमीन पर गिर पड़ा। बालक को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

फाइनल मुकाबले में बल्लेबाजी करते हुए सीने में लगी गेंद

फिरोजाबाद के टूंडला कोतवाली क्षेत्र के टूंडली रोड़ स्थित फ्यूचर क्रिकेट एकेडमी में खेले जा रहे फाइनल मैच में 12 वर्षीय बालक अंश बल्लेबाजी कर रहा था। इस दौरान गेंद उसके सीने में जा लगी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और बेहोश होकर जमीन पर गिर गया था। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां पर डॉक्टर्स ने उसे मृत (Cricketer Demise) घोषित कर दिया।

माता-पिता का एकलौता बेटा था मृतक अंश

मृतक अंश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। वह एक होनहार क्रिकेट खिलाड़ी भी था। यही वजह थी कि परिजनों ने उसे फ्यूचर क्रिकेट एकेडमी में भर्ती कराया था। जहां वह क्रिकेट सीख रहा था लेकिन खेल के प्रति यही जुनून उसकी मौत का कारण बन गया। पूरे मामले पर इंस्पेक्टर टूंडला अंजीश कुमार ने बताया कि बच्चे अंश की छाती में गेंद लगने से मौत हुई है। परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

परिजनों ने किया अस्पताल में हंगामा

घटना से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करते हुए तोड़फोड़ की। परिजनों को जब घटना की जानकारी हुई तो वे भी मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। इकलौते बेटे की मौत (Cricketer Demise) की खबर मिलते ही परिजन बदहवास हो गए और अस्पताल में हंगामा करने लगे। उसके साथ आए लोगों ने मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़ शुरू कर दी। सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और किसी तरह परिजनों को शांत कराया। देर रात तक अस्पताल में हंगामा जारी रहा और परिजन बेसुध थे।

बिना पोस्टमार्टम कराए परिजनों ने किया अंतिम संस्कार

इस बीच टूंडला थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अंजीश कुमार ने बताया कि अंश के परिजन यह मानने को तैयार नहीं थे कि उनके बेटे की मौत हो गई है। एसएचओ ने बताया कि वे अंश को इलाज के लिए आगरा ले गए थे। जहां भी डॉक्टर्स ने उसे मृत (Cricketer Demise) ही घोषित किया। इसके बाद परिजनों ने फिरोजाबाद लाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इसलिए अंश के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका।

यह भी पढ़ें : दोस्ती से इनकार पर भड़का 22 साल का लड़का, सामने आई सना यूसुफ़ की मौत की खौफनाक साजिश

Exit mobile version