RCB vs CSK: चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की दो रनों की हार के बाद सोशल मीडिया पर एक ही सवाल गूंज रहा है—क्या डेवाल्ड ब्रेविस के साथ नाइंसाफी हुई? क्या अंपायरिंग ने इस हाई-वोल्टेज मुकाबले का रुख पलट दिया? चिन्नास्वामी के मैदान पर हुए इस विवाद ने एक बार फिर आईपीएल में अंपायरिंग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। RCB ने जहां रोमांचक जीत दर्ज की, वहीं CSK फैन्स का गुस्सा ब्रेविस के आउट होने के तरीके पर फूटा है।
RCB vs CSK मैच में नहीं चला टाइमर
दरअसल, आरसीबी बनाम सीएसके (RCB vs CSK) मैच में जब ब्रेविस बल्लेबाजी करने आए की पहली ही गेंद तब CSK को 22 गेंदों पर 42 रन चाहिए थे, गेंदबाजी कर रहे लुंगी एनगिडी की बॉल ब्रेविस के पैड पर लगी और अंपायर ने उंगली खड़ी कर दी। ब्रे
विस रन लेने में लगे रहे और उन्हें फैसले का ध्यान देर से आया। जब उन्होंने रिव्यू लेने की कोशिश की, तब अंपायर ने कह दिया कि समय निकल चुका है। आरसीबी बनाम सीएसके (RCB vs CSK) मैच में इस दौरान सबसे बड़ा सवाल ये उठा कि स्क्रीन पर DRS टाइमर दिखा ही नहीं।
Replay ने खोली पोल, गेंद मिस कर रही थी स्टंप
आरसीबी बनाम सीएसके (RCB vs CSK) मैच में जब बाद में रिप्ले दिखाया गया तो उसमें साफ तौर पर नजर आया कि गेंद लेग स्टंप को मिस कर रही थी। यानी अगर डीआरएस मिलता, तो ब्रेविस नॉट आउट करार दिए जाते।
इस (RCB vs CSK) मैच में तकनीकी खामी और समय प्रबंधन की चूक के चलते न केवल ब्रेविस के साथ नाइंसाफी हुई बल्कि चेन्नई सुपर किंग्स का एक अहम विकेट गिरा, जिसके कारण पूरे मैच की दिशा भी तय हो गई।
ब्रेविस का विकेट बना टर्निंग पॉइंट
इस (RCB vs CSK) मैच में डेवाल्ड ब्रेविस के बिना खाता खोले पवेलियन लौटने के बाद चेन्नई की पारी हिल गई। रवींद्र जडेजा ने 77 रन की नाबाद पारी खेली, एमएस धोनी और शिवम दुबे ने भी पूरी कोशिश की, मगर सीएसके जीत से सिर्फ 2 रन दूर रह गई।
इस (RCB vs CSK) मैच में हुए इस पूरे विवाद ने न सिर्फ अंपायरिंग की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं, बल्कि आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में तकनीकी गड़बड़ियों को लेकर भी बहस छेड़ दी है। सोशल मीडिया पर फैन्स का गुस्सा साफ देखा जा सकता है।