राजधानी दिल्ली के मशहूर बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद को गुरुवार रात हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पुलिस के मुताबिक, शराब और नींद की गोलियां खाने के बाद वे बेहोश हो गए थे। उनके बेटे का बयान दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल सफदरजंग अस्पताल में उनका इलाज जारी है। शुरुआती जांच में पुलिस ने आशंका जताई है कि उन्होंने आत्महत्या का प्रयास किया है। मामले की जांच चल रही है।
परिवार को भी वजह पता नहीं
मामले में कांता प्रसाद की पत्नी बदामी देवी का कहना है कि मुझे कुछ नहीं पता है। उन्होंने क्या खाया, मैंने नहीं देखा। मैं ढाबे पर थी, जब वो बेहोश हुए। हम उन्हें हॉस्पिटल लेकर आए। डॉक्टर्स ने भी अब तक हमें कुछ नहीं बताया है। मुझे नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था।
क्या खुदकुशी के पीछे है आर्थिक वजह?
कामता प्रसाद ने कुछ दिन पहले खुद ही रेस्ट्रॉन्ट बंद होने के पीछे की कहानी बताई थी। उन्होंने 5 लाख रुपये की पूंजी लगाकर रेस्ट्रॉन्ट खोला था। उसके लिए उन्होंने 3 वर्कर्स रखे थे। रेस्ट्रॉन्ट चलाने में हर महीने एक लाख रुपये का खर्च आ रहा था। इसमें 35000 रुपये रेंट, 36000 रुपये सैलरी और 15000 रुपये बिजली, पानी के बिल जैसे खर्च शामिल थे। लेकिन रेस्ट्रॉन्ट चला नहीं। किसी भी महीने में 40 हजार से ज्यादा की बिक्री नहीं हो पाई।
आखिरकार बाबा को रेस्ट्रॉन्ट बंद करना पड़ा। उस पर जो 5 लाख रुपये का निवेश किया था वह डूब गया। कुर्सियों, बर्तनों आदि को बेचकर बमुश्किल 36 हजार रुपये ही मिल पाए। रेस्ट्रॉन्ट की पूंजी भले ही डूब गई लेकिन बाबा की आर्थिक स्थिति बदहाल बिल्कुल भी नहीं थी।
बाबा ने कुछ ही दिन पहले खुद बताया था कि मदद के रूप में मिले पैसों में से उनके पास अभी भी 19 लाख रुपये का बैलेंस है। लिहाजा आर्थिक स्थिति खराब होने जैसी कोई बात नहीं थी कि बाबा इस वजह से खुदकुशी की कोशिश करते।
क्या सोशल मीडिया पर हुए हमलों से विचलित थे?
पिछले साल ‘बाबा का ढाबा’ की बदहाली का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने दिल खोलकर कामता प्रसाद की आर्थिक मदद की। बाबा ने वीडियो बनाने वाले यू-ट्यूबर गौरव वासन को दिल खोलकर दुआएं दी। लेकिन कुछ ही दिनों बाद चंदे के पैसों को लेकर विवाद हो गया। कामता प्रसाद ने गौरव वासन पर मदद के रूप में मिले पैसों में घपले का आरोप लगाया जिसका वासन ने खंडन किया।
यू-ट्यूबर ने मीडिया को बैंक स्टेटमेंट्स दिखाते हुए मदद के रूप में मिले रुपयों के पाई-पाई का हिसाब देने की कोशिश की। खैर, इस विवाद के बाद सोशल मीडिया पर बाबा के खिलाफ तमाम लोग अपने गुस्से का इजहार करने लगे। उन्हें एहसान-फरामोश ठहराने लगे। इन हमलों से कामता प्रसाद काफी विचलित हुए। उस वक्त उनका एक वीडियो भी आया था जिसमें वह खुद पर लग रहे लालची होने के आरोपों से काफी आहत थे।
कुछ दिन पहले जब कामता प्रसाद और गौरव वासन ने मिलकर एक दूसरे से सभी गिले-शिकवे खत्म किए तब भी सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स ने बाबा पर तंज कसा था। ऐसे में सोशल मीडिया पर हुए हमले एक संभावित वजह जरूर हो सकते हैं, जिसकी वजह से बाबा ने खुद की जान देने की कोशिश की है।