Team India : एक भारतीय क्रिकेटर ने भारत को पीछे छोड़कर ओमान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया है! टीम इंडिया (Team India) द्वारा नज़रअंदाज़ किए जाने के बाद, उन्होंने एक नया रास्ता चुना-विदेशी जर्सी पहनकर एक अलग धरती पर अपना अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू किया। उनके इस फैसले ने दुनिया भर के प्रशंसकों का ध्यान खींचा है। आइये जानते हैं कौन है वो खिलाड़ी, जिसने देश छोड़कर विदेश के लिए खेलने का विकल्प चुना…….
Team India को ठुकराकर किया इंटरनेशनल डेब्यू
हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं, उनका नाम है जतिंदर सिंह (Jatinder Singh), जिन्होंने टीम इंडिया को ठुकराकर ओमान की जर्सी में अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया। लुधियाना, पंजाब में जन्मे जतिंदर सिंह के क्रिकेट सफ़र ने 2003 में ओमान में आकर एक नया मोड़ लिया।
बेहतर अवसरों की तलाश में स्थानांतरित होने वाले कई भारतीय परिवारों की तरह, जतिंदर भी क्रिकेट के प्रति अपने प्यार को साथ लेकर चले गए। भारत में एक जुनून के रूप में शुरू हुआ यह खेल धीरे-धीरे ओमान में एक पेशेवर करियर में बदल गया।
जतिंदर सिंह (Jatinder Singh) ने टीम इंडिया (Team India) बजाए ओमान में आकर दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के साथ, राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में जगह बनाई और तब से वे टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक बन गए हैं।
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार अच्छा प्रदर्शन
जतिंदर एक दाएँ हाथ के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं जो अपनी शांतचित्तता और पारी को संभालने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने विश्व क्रिकेट लीग, एसीसी ट्वेंटी20 कप और आईसीसी विश्व ट्वेंटी20 क्वालीफायर सहित कई प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में ओमान का प्रतिनिधित्व किया
उनकी सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक 2015 एसीसी ट्वेंटी20 कप के दौरान आई, जहाँ उन्हें उनके लगातार और प्रभावशाली प्रदर्शन के लिए टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज चुना गया। उन्होंने ओमान को एकदिवसीय टीम का दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ओमान के क्रिकेट जगत में एक आदर्श
ओमान जैसे-जैसे एसोसिएट क्रिकेट की दुनिया में आगे बढ़ रहा है, जतिंदर सिंह टीम की बल्लेबाजी क्रम का आधार बने हुए हैं। उनकी उपस्थिति ने ओमान में रहने वाले दक्षिण एशियाई मूल के युवा खिलाड़ियों को न केवल अनुभव, बल्कि प्रेरणा भी दी है।
उनकी सफलता की कहानी इस बात का प्रमाण है कि प्रतिभा सीमाओं के पार कैसे पनप सकती है, खासकर जब उसे सही मंच और समर्थन मिले। जतिंदर उच्च-स्तरीय प्रतियोगिताओं में ओमान का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं और प्रतिबद्धता और क्रिकेट भावना के प्रतीक बन गए हैं।
लुधियाना की गलियों से ओमान की जर्सी पहनकर अंतरराष्ट्रीय स्टेडियमों तक का जतिंदर सिंह का सफर वैश्विक क्रिकेट के बदलते परिदृश्य को दर्शाता है। हालाँकि उन्हें Team India में मौका नहीं मिला, लेकिन उन्होंने विदेश में एक गौरवशाली और सफल करियर बनाया है।