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बिहार राज्यसभा चुनाव में सुशील मोदी के सामने तेजस्वी देंगे चिराग पासवान की माँ रीना पासवान को सीट

बिहार राज्यसभा चुनाव में सुशील मोदी के सामने तेजस्वी देंगे चिराग पासवान की माँ रीना पासवान को सीट

बिहार में एक बार फिर सियासी दंगल शुरू हो चुका है, प्रतिपक्ष की तरफ से सत्तापक्ष को तीसरी बार चुनौती मिलने वाली है. विधानसभा और स्पीकर का चुनाव के बाद अब महागठबंधन और राज्यसभा चुनाव में भी राजग के खिलाफ प्रत्याशी खड़े करने वाला है. उम्मीद की जा रही है कि, इस बार उम्मीदवार काफी दमदार और असरदार होने वाले हैं. नामांकन की तारीख भी सुनिश्चित कर ली गई है.

इस बार नामांकन की तारीख 3 दिसंबर तक रखी गई, जिसमें कोई भी जल्दबाजी नहीं है. तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी की तरफ से भी सहमति मिल चुकी है. अब लालू प्रसाद की हरी झंडी का इंतजार है. लालू प्रसाद के एक करीबी की माने तो, भारतीय जनता पार्टी की तरफ से सुशील मोदी को प्रत्याशी बनाया जाएगा. जिससे राजद एक धर्म संकट से उबर गया. क्योंकि यदि इनकी जगह कोई अल्पसंख्याक प्रत्याशी होता तो राष्ट्रीय जनता दल अपने वोट बैंक का ख्याल करते करते उसे भी चुनौती देने से परहेज करने लगता.

लोक जनशक्ति पार्टी से चिराग पासवान यदि तैयार हो जाते हैं, तो उनकी मां रीना पासवान सर्वसम्मति से महागठबंधन की प्रत्याशी हो सकती हैं. यदि ऐसा नहीं होता है फिर दूसरे विकल्प पर विचार किया जाएगा. प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव विधानसभा चुनाव में बेहद करीबी मुकाबले तक नीतीश कुमार से पीछे रह गए थे, जिसके बाद अब वह सरकार को सुकून का मौका नहीं देने वाले हैं. वह इस बार नीतीश कुमार की सरकार को एक साथ कई मोर्चा खोलकर उलझन में डालने वाले हैं. इसमें जितने भी मोर्चा खोले जाएंगे उन सब की निगरानी स्वयं प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव करने वाले हैं.

इसके अलावा अगर चिराग पासवान की मां रीना पासवान इसके लिए तैयार हो जाती है, तो युद्ध और भी घमासान हो सकता है. लालू प्रसाद के तरफ से इंतजार भी एक-दो दिन में पूरा ही होने वाला है. तेजस्वी यादव को भी चिराग पासवान की तरफ से हां का इंतजार है. जो कि इस सीट पर रामविलास पासवान के निधन के बाद ही चुनाव होने जा रहा है.

तेजस्वी यादव भी एक साथ दो फायदे देख रहे हैं. इस समय वह भी दलित मुद्दे को और उठाना चाहते हैं. चिराग पासवान यदि गठबंधन के प्रस्ताव को स्वीकार कर लेंगे तो राजग के बारे में सकारात्मक संदेश नहीं जाएगा.

रीना पासवान को प्रत्याशी बनाकर तेजस्वी यादव प्रचारित करना चाहते हैं, जिससे कि सभी को संदेश पहुंचे कि पासवान जी के चले जाने के बाद अब जदयू के दबाव में भारतीय जनता पार्टी ने उनके परिवार को भी भुला दिया. इसके अलावा यदि चिराग पासवान इंकार कर देंगे तो दूसरी प्रत्याशी को मौका दिया जा सकता है.

मेरा नाम उर्वशी श्रीवास्तव है. मैं हिंद नाउ वेबसाइट पर कंटेंट राइटर के तौर पर...

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