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“पिच को दोष देने वालों को चांटा..” सचिन तेंदुलकर ने पिच पर सवाल उठाने वालों को दे डाला एक कड़ा संदेश,टेस्ट क्रिकेट को कहा बोरिंग बताकर मचाई सनसनी

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"पिच को दोष देने वालों को चांटा.." Sachin Tendulkar ने पिच पर सवाल उठाने वालों को दे डाला एक कड़ा संदेश,टेस्ट क्रिकेट को कहा बोरिंग बताकर मचाई सनसनी

“पिच को दोष देने वालों को चांटा..” Sachin Tendulkar ने पिच पर सवाल उठाने वालों को दे डाला एक कड़ा संदेश,टेस्ट क्रिकेट को कहा बोरिंग बताकर मचाई सनसनी ∼

क्रिकेट के महानतम क्रिकेटरों का जिक्र होगा तो सबसे पहला नाम आएगा क्रिकेट के “भगवान” सचिन रमेश तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का। भारत रत्न और दाएं हाथ के बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने इस खेल को अलग पहचान दिलाई और क्रिकेट को एक अलग मुकाम पर लेके गए। दुनिया का बच्चा-बच्चा अगर क्रिकेटर बनने का सपना देखता है तो अपने आइडल के रूप में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को ही देखता है।

एक खिलाड़ी के लिए तीन पीढ़ी के लोगों को प्रेरित करने की काबिलियत उसे अपने आप में महान बनाती है। उनके नाम अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में 34,000 से ज्यादा रन है। हाल ही में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने वर्तमान समय में टेस्ट क्रिकेट पर बात करते हुए इसे “बोरिंग” कहा।साथ ही इसे रोचक बनाने के तरीके बताए।

“पिच को दोष देना बंद करें”

हाल ही में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के दौरान भारतीय पिचों को लेकर काफी सवालिया निशान खड़े होने लगे थे। दोनों टीमों के बीच इंदौर में खेला गया तीसरा टेस्ट लगभग ढाई दिनों में ही समाप्त हो गया था जिसके बाद आईसीसी ने इस पिच को खराब बताकर बहुत कम रेटिंग दी थी। इसपर बात करते हुए सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने पिच से जुड़े तमाम सवालों पर पूर्णविराम लगाते हुए कहा,

“हमें एक बात समझने की जरूरत है कि टेस्ट क्रिकेट आकर्षक होना चाहिए और यह नहीं होना चाहिए कि यह कितने दिन चलता है, पांच दिन या दो दिन। हम (क्रिकेटर) अलग-अलग सतहों पर खेलने के लिए बने हैं; चाहे वह उछालभरी पिच हो, फास्ट ट्रैक हो, स्लो ट्रैक हो, टर्निंग ट्रैक हो, स्विंग की स्थिति हो या विभिन्न गेंदों के साथ सीमिंग की स्थिति हो। जब आप दौरा करते हैं तो परिस्थितियां आसान नहीं होती हैं।”

“आपको यह समझने की जरूरत है कि क्या हो रहा है, हर चीज का आकलन करें और फिर चीजों की योजना बनाना शुरू करें। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण वह सतह है जिस पर हम खेलते हैं क्योंकि पूरा मैच ही उसपर टिका हुआ है। ऐसे में हमें दिनों की संख्या के बारे में ज्यादा परेशान नहीं होना चाहिए। मुझे लगता है कि यह होना चाहिए कि मैच रोमांचक था या नहीं। कौन जीता है और कौन हारा है, यह जाने बिना कोई भी घर वापस नहीं जाना चाहता

“स्पिनरों से पारी की शुरुआत कराएं”

क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मैट टेस्ट क्रिकेट में अमूमन ऐसा देखने को मिलता है कि कोई भी टीम पारी की शुरुआत नई गेंद से तेज गेंदबाजों द्वारा ही करवाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि नई गेंद स्विंग होती है जिस वजह से तेज गेंदबाजों के विकेट चटकाने की संभावना बनी रहती है। ऐसा न के बराबर ही देखने को मिलता है जब कोई स्पिनर नई गेंद से पारी की शुरुआत करे। हालांकि इसपर भी सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अपनी राय दी है और स्पिनरों की तरफदारी में कहा,

 “एक तेज गेंदबाज के शुरुआती गेंदबाजी करने के बजाय, एक स्पिनर गेंदबाजी क्यों नहीं कर सकता है। यह एक अलग तरह की सतह है जिस पर हम खेल रहे हैं और बल्लेबाजों के लिए वहां जाने और रन बनानेके लिए काफी चुनौतीपूर्ण होना चाहिए। अगर कोई रन बनाने में कामयाब होता है तो हमें यह मान लेना चाहिए कि उसने अच्छी बल्लेबाजी की है,सिंपल।”

 

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