उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती के साथ गैंगरेप की खबरे अभी कम ना हुई थी कि अब यूपी बलरामपुर में एक दलित लड़की के साथ गैंगरेप और हत्या की सनसनीखेज खबर सामने आई है. पोस्टमॉर्टम के बाद देर रात ही पीड़िता का दाह संस्कार कर दिया गया.
क्या थी घटना
मंगलवार को पचपेडवा के डिग्री कॉलेज में बी-कॉम दितीय वर्ष की छात्रा एडमिशन कराने के लिए गई थी.यहां पर दो लड़कों ने दोस्ती के बहाने एक दलित युवती को बुलाया और इसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया. इस जघन्य हरकत को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपियों ने लड़की को गंभीर हालत में एक रिक्शे पर बैठाकर घर भेज दिया, जहां उसकी मृत्यु हो गई. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है.
पुलिस के अनुसार एक आरोपी का नाम शाहिद है इसके पिता का नाम हबीबुल्ला है और ये गैंसड़ी का रहने वाला है. दूसरे आरोपी का नाम साहिल है. इसके पिता का नाम हमीदुल्ला है, ये शख्स भी गैंसड़ी का रहने वाला है.
रिक्शे से घर लौटी युवती
पुलिस ने बताया कि बलरामपुर के थाना गैंसली में एक तहरीर प्राप्त हुई है. एक 22 साल की लड़की के परिजनों ने बताया कि वो एक प्राइवेट फर्म में काम करती थी. लड़की जब कल काम करने गई तो देर शाम तक घर नहीं आई तो परिजनों को चिंता हुई. उन्होंने फोन से संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन लड़की से संपर्क नहीं हो पाया. लेकिन लड़की थोड़ी देर बाद रिक्शे से आई. लड़की हालत खराब थी.
घायल अवस्था में छात्रा को रिक्शाचालक छोड़ गया
शाम को अचेत अवस्था में छात्रा को एक रिक्शा चालक उसके घर के पास छोडकर चला गया. छात्रा को लेकर परिजन अस्पताल जाने लगे तभी रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि कॉलेज से लौटते समय छात्रा का अपहरण किया गया और उसके साथ गैंसडी कस्बे के एक कमरे में गैंग रेप किया गया.
यूपी में बेटियां नहीं है सेफ
इन घटनाओं को देखते हुए सवाल यह उठता है कि यूपी की पुलिस आखिर कर क्या रही है। आए दिन इस प्रकार की घटना होना कोई आम बात तो नहीं है। कहां है कानून व्यवस्था का डंडा. हकीकत तो ये है कि यूपी में हर दिन कोई ना कोई बेटी दरिंदगी का शिकार हो रही है. और घटना के बाद पुलिस-प्रशासन का सिर्फ एक जवाब होता है ‘कड़ी कार्रवाई की जा रही है.’ तो क्या ये सही है?