आजकल महिलाएं हर वो काम को करने में सक्षम होती हैं, जिसे पुरुष द्वारा किया जाता है. कोई भी महिला घर चलाने से लेकर अपने सपनों की उड़ान भरने तक सब कुछ अकेले अपने जज्बे के साथ संभल लेती हैं. ऐसी ही एक महिला के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जो राफेल फाइटर जेट उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बनने जा रही हैं और इस महिला का नाम शिवांगी सिंह है। शिवांगी, उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर की रहने वाली हैं. विंग कमांडर अभिनंदन के साथ शिवांगी मिग फाइटर प्लेन उड़ा चुकी हैं.
दुनिया की सबसे सर्वोत्तम श्रेणी वाले युद्धक विमान “राफेल” की पहली महिला पायलट बनने जा रही शिवांगी
शिवांगी सिंह दुनिया की सबसे सर्वोत्तम श्रेणी वाले युद्धक विमान राफेल की पहली महिला पायलट बनने जा रही है. यह हमारे देश के लिए बहुत ही गौरव की बात है.
बता दें कि एक साल पहले भी शिवांगी नाम की महिला भारतीय नौसेना की पहली महिला पायलट बनी थीं, जोकि बिहार के मुज्जफरपुर की रहने वाली थी. शिवांगी एक महीने से अंबाला में राफेल कनवर्सन ट्रेनिंग ले रही हैं. जल्द-ही उन्हें गोल्डन ऐरो स्क्वाड्रन में शामिल किया जाएगा।
विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के साथ भर चुकीं हैं उड़ान
फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह ने अपनी पढाई बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से पूरी की. शिवांगी पहले राजस्थान के फॉरवर्ड फाइटर बेस पर तैनात थीं जहाँ उन्होंने विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के साथ उड़ान भरी थी. बता दें कि विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान का मिग-21 विमान बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान भारत की सिमा में घुसने की कोशिश में पाकिस्तानी फाइटर जेट का पीछा करते हुए पाकिस्तानी सीमा में जा गिरा था जिसके बाद पाकिस्तान ने उन्हें बंदी बना लिया था. पुरे देश में उस वक़्त गुस्सा भरा माहौल हो गया था. हालांकि भारत की चेतावनियों के कारण पाकिस्तान को उन्हें ससम्मान रिहा करना पड़ा था.
एक पायलट की ट्रैंनिंग के लिए 15 करोड़ रूपए खर्च होता है
आपको बता दें कि एक पायलट को ट्रेंनिग देने के लिए 15 करोड़ रूपए खर्च होता है. ऐसे में भारतीय वायुसेना में फाइटर प्लेन उड़ाने वाली 10 महिला पायलट है. जिन्हें एक से एक मुश्किल और कठोर ट्रेनिंग दिया जाता है. सभी फाइटर प्लेन उड़ाने वाली महिला पायलेट को सुपरसोनिक जेट्स को उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई है. शिवांगी सिंह महिला पायलटों के दूसरे बैच की हिस्सा हैं जो साल 2017 का है.
किसी भी पायलट को दूसरे फाइटर जेट में स्विच करने के लिए लेना पड़ता है “कन्वर्जन ट्रेनिंग”
मिग-21S उड़ा चुकी फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी अभी कन्वर्जन ट्रेनिंग लेंगी। आपको बता दें कि किसी भी पायलट को दूसरे फाइटर जेट में स्विच करने के लिए “कन्वर्जन ट्रेनिंग” लेना पड़ता है. हालांकि इसके लिए शिवांगी को ज्यादा मुश्किल नहीं होगा, क्योंकि वो पहले ही 340 किमी प्रति किमी की स्पीड के साथ दुनिया का सबसे तेज लैंडिंग और टेक-ऑफ स्पीड वाला विमान उड़ा चुकी हैं.