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“भाभी के बाद अब चाचा की बारी है” अखिलेश यादव से नाराजगी के बाद शिवपाल यादव हो सकते हैं पार्टी में शामिल

Shivpal Yadav

नई दिल्ली: हाल ही में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव खत्म हुए है, लेकिन बावजूद इसके अभी भी यूपी में राजनीतिक सियासत गरमाई हुई है। जहां चुनाव के पहले प्रदेश की लोकप्रिय चाचा-भतीजे यानी कि शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) और पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की जोड़ी के बीच सबकुछ ठीक होने के दावे किए जा रहे थे, वहीं अब चुनाव खत्म होने के बाद उन दोनों के बीच की नाराजगी जग जाहिर हो रही है। इसी बीच शिवपाल सिंह यादव के बीजेपी में जानें की अटकलें तेजी होती नजर आ रही है।

चाचा-भतीजे के रिश्ते में फिर से आई दरार

आपको बता दें कि, समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले शिवपाल यादव और उनके भतीजे अखिलेश यादव के बीच रिश्ते में लगातार तल्खी बढ़ती जा रही है। इसी बीच भतीजे से नाराज चाचा ने बीते बुधवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की जिसके बाद से अब उनका पाला बदलना तय माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से भी शिवपाल की मुलाकात हो चुकी है।

भतीजे से नाराजगी के बीच सीएम योगी से मिलने पहुंचे शिवपाल यादव

गौरतलब है कि, प्रसपा मुखिया और जसवंतनगर के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने भतीजे अखिलेश यादव से नाराजगी के बीच बुधवार की रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) से मिलने उनके सरकारी आवास पर पहुंचकर सभी को चौंका दिया। दोनों के बीच करीब 20 मिनट बातचीत हुई। शिवपाल के निकलने के तुरंत बाद वहां भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह पहुंचे। तेजी से बदले इस घटनाक्रम के बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है।

शिवपाल यादव ने बनाई अपनी नई पार्टी

वैसे तो चाचा भतीजे के रिश्ते में तल्खी साल 2017 के विधानसभा चुनाव से ही जारी है। बता दें कि, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बाद पार्टी में दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले शिवपाल ने तब न सिर्फ पार्टी से अलग होने का फैसला किया था बल्कि उन्होंने अपनी अलग पार्टी ही बना ली थी। पार्टी का नाम प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहियावादी) रखा गया। सपा की बागडोर मुलायम के हाथ से अखिलेश के हाथ में जाने के बाद से ही शिवपाल बागी होने लगे थे। हालांकि, प्रसपा के गठन से भी शिवपाल को कोई खास लाभ नहीं हुआ।

अखिलेश से इस बात को लेकर नाराज है चाचा शिवपाल

हालांकि साल 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच दूरियां कुछ कम हुई और चाचा ने भतीजे को अपने नेता के रुप में स्वीकार कर लिया। लेकिन इस बीच अब एक बार फिर से दोनों के बीच रिश्ते बिगड़ते नजर आ रहे है, और ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि, बहु अपर्णा यादव की तरह ही वह भी सपा को बड़ा झटका दे सकते हैं। दरअसल, शिवपाल यादव ने पार्टी के विधायक दल की मीटिंग में ना बुलाए जाने को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है।

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