franchises: आईपीएल 2025 के बीच श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने लंका प्रीमियर लीग की दो फ्रेंचाइजी जाफना किंग्स और कोलंबो स्ट्राइकर्स के अनुबंध समाप्त कर दिए हैं. तो चलिए आगे जानते हैं कि बोर्ड ने यह कार्रवाई क्यों की, इन फ्रेंचाइजी ने ऐसा क्या किया कि उन्हें यह कठोर कदम उठाना पड़ा?
इस लीग का हिस्सा
लंका प्रीमियर लीग का छठा सीजन जुलाई और अगस्त के बीच खेला जाएगा. इस लीग में हिस्सा लेने वाली पांचों टीमों के मूल मालिक अब इस टीम लीग का हिस्सा नहीं हैं. जाफना किंग्स दूसरे सीजन से ही इस लीग का हिस्सा है और यह टीम तीन बार टूर्नामेंट जीत चुकी है. इस फ्रेंचाइजी को अब तीसरा मालिक मिलेगा. वहीं कोलंबो फ्रेंचाइजी को चौथा मालिक मिलेगा.
फ्रेंचाइजी को क्यों किया ससपेंड
BREAKING : Colombo Strikers and Jaffna Kings Franchise Partnerships Terminated Ahead of LPL 2025. #sportspavilionlk #danushkaaravinda #LPL2025 #LankaPremierLeague pic.twitter.com/9uvVd0l321
— DANUSHKA ARAVINDA (@DanuskaAravinda) April 29, 2025
बता दें की श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने लंका प्रीमियर लीग से पहले बड़ा फैसला लेते हुए जाफना किंग्स और कोलंबो स्ट्राइकर्स की फ्रेंचाइजी को समाप्त कर दिया है. बोर्ड ने यह कार्रवाई टीम मालिकों द्वारा टूर्नामेंट समझौते का उल्लंघन करने के कारण की है. टूर्नामेंट शुरू होने से पहले लीग की छवि साफ-सुथरी रखने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है.
किसे मिलेगा इन दोनों का मालिकाना हक
एलपीएल अधिकार धारक आईपीजी ग्रुप ने एसएलसी को इस मुद्दे के बारे में सूचित किया, और पुष्टि की कि टूर्नामेंट के आगामी संस्करण के लिए दोनों फ्रेंचाइजी को नए मालिकों द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा. आपको बता दें कि लंका प्रीमियर लीग के पिछले वर्जन में गाले मार्वल्स और जाफना किंग्स के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया था. जाफना फ्रेंचाइजी ने पांच सीजन में अपना चौथा खिताब जीता था, जो लीग के इतिहास में उनके दबदबे को दर्शाता है.
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इन दोनों फ्रेंचाइजी का मालिकाना हक किसे दिया जाएगा, यह अधिकार आईपीजी ग्रुप के पास है। वहीं, एसएलसी ने अभी तक लंका प्रीमियर लीग के छठे सीजन के शेड्यूल का ऐलान नहीं किया है.
क्या बोले फैंस?
जाफना किंग्स को लीग से बाहर करने के फैसले से प्रशंसक हैरान हैं, क्योंकि यह टीम टूर्नामेंट की सबसे लोकप्रिय टीमों में से एक थी। अब देखना यह है कि नई टीमें कितना प्रभाव डाल पाती हैं।