Team India: क्रिकेट केवल एक खेल नहीं, बल्कि जुनून, अनुशासन और मानसिक मजबूती का प्रतीक है। भारतीय क्रिकेट ने समय-समय पर कई सितारे दिए हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा से दुनियाभर में नाम कमाया है। लेकिन टीम इंडिया (Team India) में कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे, जिन्होंने अपनी शानदार शुरुआत के बावजूद विवादों और अनुशासनहीनता के कारण करियर में निरंतरता नहीं बनाए रखी। ये खिलाड़ी खेल में प्रतिभाशाली थे, लेकिन उनकी बदमाशियों और अनुशासनहीन रवैये ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया। आइए जानते हैं ऐसे पांच प्रमुख क्रिकेटरों के बारे में।
Team India के 5 क्रिकेटर जिनका विवादों से है पुराना नाता
1. पृथ्वी शॉ
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम टीम इंडिया (Team India) के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का है। शॉ ने अंडर-19 क्रिकेट में भारत के लिए कई शानदार प्रदर्शन किए और उनका नाम भविष्य के महान बल्लेबाजों में लिया जाने लगा। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी शतक जमाया और युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा बने। लेकिन हाल ही में एक अभ्यास मैच में उनके व्यवहार ने सभी को हैरान कर दिया।
मुंबई और पुणे के बीच खेलते हुए पृथ्वी शॉ ने साथी खिलाड़ी मुशीर खान के साथ गाली-गलौज की और बल्ला लेकर दौड़ लगाई। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हुई और उनके अनुशासन पर सवाल उठने लगे। इससे पहले भी शॉ का नाम कई विवादों में जुड़ चुका है। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि पृथ्वी शॉ में क्षमता कम नहीं है, लेकिन उनके व्यवहार ने उनके करियर की संभावनाओं को प्रभावित किया।
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2. विनोद कांबली
विनोद कांबली भारतीय क्रिकेट के उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें कभी सुपरस्टार माना जाता था। उनकी तकनीक और बल्लेबाजी शैली ने उन्हें छोटे समय में ही मशहूर कर दिया। अंडर-19 में विश्व कप जीतने में उनकी अहम भूमिका रही। लेकिन शराब की लत और अनुशासनहीनता ने उनके करियर को बर्बाद कर दिया। टीम (Team India) से बाहर होने के बाद कांबली ने कई बार वापसी की कोशिश की, लेकिन उनका व्यवहार और विवाद लगातार सुर्खियों में रहा। यह उदाहरण बताता है कि प्रतिभा के साथ अनुशासन का होना भी जरूरी है।
3. एस. श्रीसंत
एस. श्रीसंत ने 2007 में भारत (Team India) को T20 विश्व कप दिलाने में अहम योगदान दिया। उनकी तेज गेंदबाजी और आक्रमक खेल शैली ने उन्हें फैंस का पसंदीदा बना दिया। लेकिन 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में उनका नाम सामने आया। इस घटना के कारण उन्हें भारतीय क्रिकेट से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया। बाद में अदालत के आदेश पर उनका प्रतिबंध 7 साल तक घटा दिया गया, जो 2020 में समाप्त हुआ। श्रीसंत की यह कहानी दर्शाती है कि एक खिलाड़ी की छवि और करियर अचानक विवादों से प्रभावित हो सकते हैं, चाहे वह कितनी भी प्रतिभाशाली क्यों न हो।
4. उन्मुक्त चंद
उन्मुक्त चंद को अंडर-19 विश्व कप में भारत (Team India) की कप्तानी करने का गौरव मिला। उन्हें विराट कोहली का उत्तराधिकारी माना जा रहा था और उनके खेल की भविष्यवाणी की जाती थी। लेकिन ग्लैमर और चकाचौंध में खो जाने के कारण उनका ध्यान क्रिकेट से भटक गया। घरेलू क्रिकेट में उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ और उन्हें टीम में अपनी जगह बनाना मुश्किल हो गया। यह उदाहरण बताता है कि प्रतिभा के साथ मानसिक दृढ़ता और फोकस बनाए रखना कितना आवश्यक है।
5. अजय शर्मा
अजय शर्मा घरेलू क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में से एक हैं, जिन्होंने अपने करियर में 10,000 से अधिक रन बनाए। उनका खेल बेहतरीन था, लेकिन उनके करियर पर एक कथित मैच फिक्सिंग का आरोप भारी पड़ा। अजय शर्मा ने भारत (Team India) के लिए केवल एक टेस्ट मैच खेला। मैच फिक्सिंग के आरोपों के कारण उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया, हालांकि बाद में कोर्ट ने यह बैन हटा दिया। लेकिन तब तक अजय शर्मा का करियर समाप्त हो चुका था और वह वह मुकाम हासिल नहीं कर पाए जिसके वे हकदार थे।